विजय माल्या का बड़ा खुलासा, भारत छोड़ने से पहले वित्त मंत्री से मिला था
दिल्ली । शराब कारोबारी विजय माल्या ने बुधवार को कहा कि वह पिछले साल भारत से भागने से पहले वित्त मंत्री से मिला था। ।गौरतलब है कि माल्या जब भारत से भागा था, उस वक्त अरुण जेटली वित्त मंत्री थे। लंदन में वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश होने के लिए पहुंचे माल्या से जब संवाददाताओं ने पूछा कि क्या उसे देश से भागने के लिए आगाह किया गया था, उसने कहा, ‘‘मैं भारत से रवाना हुआ क्योंकि मेरी जिनिवा में एक मुलाकात का कार्यक्रम था। रवाना होने से पहले मैं वित्त मंत्री से मिला था और निपटारे (बैंकों के साथ मुद्दे) की पेशकश दोहराई थी। यही सच्चाई थी।’’ माल्या ने मंत्री का नाम लिए बगैर यह कहा। धोखाधड़ी और धन शोधन के आरोपों का सामना कर रहे 62 वर्षीय माल्या अपने प्रत्यर्पण के एक मामले के सिलसिले में अदालत पहुंचा|
किंगफिशर एयरलाइन के मालिक रहे माल्या ने अदालत में चल रहे अपने प्रत्यर्पण के मामले की सुनवाई के दौरान भोजनावकाश के दौरान सिगरेट का कश लेते हुए कहा , ‘‘मैंने पहले भी कहा था कि मैं एक राजनीतिक फुटबॉल हूं। इस बारे में मैं कुछ नहीं कर सकता। मेरी अंतरात्मा साफ है और मैंने लगभग 15,000 करोड़ रूपये की संपत्ति कर्नाटक उच्च न्यायालय की मेज पर रख दी थी।’’ यह एयरलाइन अब बंद हो चुकी है। माल्या ने कहा कि मीडिया को बैंकों से यह पूछना चाहिए कि रकम का भुगतान करने की कोशिशों में वे (बैंक) उसकी सहायता क्यों नहीं कर रहे हैं। शराब कारोबारी ने कहा, ‘‘मैं निश्चित रूप से बलि का बकरा हूं, मैं बलि का बकरा जैसा महसूस कर रहा हूं। दोनों ही राजनीतिक दल मुझे पसंद नहीं करते।’’माल्या ने मुंबई के आर्थर रोड जेल स्थित बैरक 12 के वीडियो का व्यंग्यपूर्ण लहजे में जिक्र करते हुए उसे बहुत ही प्रभावशाली बताया। दरअसल, इसे उसके लिए ही बनाया गया है। संवाददाताओं के सवालों पर उसने कहा, ‘‘मुझे कोई टिप्पणी नहीं करनी, आप अदालत में सबकुछ सुन रहे हैं।’’ माल्या पिछले साल अप्रैल में अपनी गिरफ्तारी के बाद से एक प्रत्यर्पण वारंट पर जमानत पर है। वह 9,000 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी और धन शोधन के आरोपों को लेकर भारत प्रत्यर्पित किए जाने का एक मुकदमा लड़ रहा है। प्रत्यर्पण मामले की सुनवाई लंदन की अदालत में पिछले साल चार दिसंबर को शुरू हुई थी।