चंद्रशेखर का योगी को खुला चेलेंज, CM के सामने लड़ेंगे चुनाव
लखनऊ। जैसे जैसे चुनाव नज़दीक आ रहा वैसे वैसे सियासी दलों
चंद्रशेखर ने यह भी कहा कि योगी को हराने के लिए किसी मजबूत प्रत्याशी को ही मैदान में उतरना चाहिए। हम जब बात करते हैं कि भाजपा को रोकना है तो मतलब है कि योगी को रोकना जरूरी है। योगी भाजपा के सबसे मजबूत प्रत्याशी हैं। उन्होंने ने कहा कि ऐसे में उनके खिलाफ मजबूत प्रत्याशी ही होना चाहिए। अखिलेश या बहन मायावती को लड़ना चाहिए। अगर दोनों लोग नहीं लड़ते तो मुझे छोड़ दें लड़ने के लिए और मुझे सपोर्ट करें। अगर सपा-बसपा भी कोई प्रत्याशी देती है तो योगी को ही मजबूती देगी।
उन्होंने ने कहा कि मेरी मांग भी रहेगी कि विपक्ष के लोग भी इस पर सोचें। जब मैं जनता के बीच जाऊंगा तो लोग जानते हैं कि यह बिकाऊ नहीं टिकाऊ व्यक्ति है, भागेगा नहीं। जब मैं योगी के खिलाफ उतरूंगा तो उन्हें सदन में नहीं जाने दूंगा।
चंद्रशेखर ने गठबंधन की बात पर कहा कि मेरी प्राथमिकत बसपा रहेगी। बसपा की तरफ से मेरा लगातार अपमान किया गया, इसके बाद भी मेरी प्राथमिकता बसपा से गठबंधन की है। हम चाहते हैं कि आजाद समाज पार्टी और बसपा का गठबंधन हो जाए। मायावती उन्हें पसंद नहीं करती, इस सवाल पर चंद्रशेखर ने कहा कि दलित वोटर किसी का गुलाम नहीं है। आजादी के समय कांग्रेस के साथ रहा। रामविलास पासवान, जगजीवन राम, मान्यवर कांशीराम के साथ, बहन जी के साथ रहा। उन्होंने ने कहा कि दलित समाज हमेशा लड़ने वाले नेता को पसंद करता है। मेरे लिए बहुजन समाज सर्वोपरी है। इसलिए मैंने पहल की है और चाहता हूं कि भाजपा को रोकने के लिए बसपा और आजाद समाज पार्टी को साथ आना चाहिए।
चंद्रशेखर ने कहा कि चुनाव बाद बहुजन समाज की लड़ाई कोई नहीं लड़ने के लिए आएगा। तब आजाद समाज पार्टी और भीम आर्मी ही लड़ने के लिए आएगी। जब दलितों के घर जलाए जाएंगे, उन पर अत्याचार होगा तो हमारी पार्टी ही सड़क पर लड़ने आएगी।