किसानों का दिल्ली दौरा
दिल्ली। किसानों के साथ हुई उच्च स्तरीय अधिकारियों की वार्ता विफल, सोमवार को 12 बजे से दिल्ली कूच करेंगे किसान। दिल्ली बार्डर से आने जाने वालों को हो सकती है भारी दिक्कत, किसानो ने कहा पुलिस प्रशासन के रोकने पर दिल्ली बार्डर पर बैठ जाएंगे धरने पर। 12 किसान संगठनों के किसान हुए एकजुट हैं। गौतमबुद्धनगर के अलावा बुलंदशहर, आगरा, अलीगढ़ तक के किसान धरने में सपोर्ट करने आ रहे हैं।
अपनी मांगों के पूरा न होने पर किसानों ने एक बार फिर सड़कों पर उतरने की योजना बना ली है। यहां के किसानों और प्राधिकरण के बीच लगभग 3 घंटे तक बैठक चली, लेकिन इस बैठक का कोई सकारात्मक नतीजा नहीं निकल सका। बैठक के बाद अब किसान अपनी मांगों को लेकर सोमवार (2 दिसंबर) को दिल्ली कूच करने का निर्णय लिया है।
किसानों का कहना था कि गोरखपुर में बन रहे हाईवे के लिए 4 गुना मुआवजा दिया गया, जबकि गौतमबुद्ध नगर को चार गुना मुआवजे के लाभ से वंचित रखा गया है। इसके अलावा 10 साल से सर्किल रेट भी नहीं बढ़ा है। नए कानून के लाभ जिले में लागू करने पड़ेंगे। किसानों की प्रमुख मांगों में 10 फीसदी विकसित भूखंड, हाई पावर कमेटी की सिफारिशों और नए भूमि अधिग्रहण कानून के लाभ दिया जाना शामिल है। ये सारे निर्णय शासन स्तर पर लिए जाने हैं।