UP पुलिस का शर्मनाक चेहरा उजागर, जिस युवती की हत्या के आरोप में पिता-भाई जेल में, वह पति के साथ डेढ़ साल बाद मिली जिंदा
अमरोहा | यूपी पुलिस का शर्मनाक चेहरा सामने आया है | पुलिस की संगीन वारदातों के खुलासे में फर्जीवाड़ा करने का बड़ा मामला शुक्रवार को सामने आया है। आदमपुर पुलिस ने जिस युवती की हत्या के आरोप में उसके पिता और भाई समेत तीन लोगों जेल भेज दिया वह प्रेमी के घर से जिंदा बरामद हुई है। पुलिस ने तीनों पर युवती की हत्या कर शव गंगा में फेंकने का आरोप लगाते हुए कब्जे से हत्या में प्रयुक्त तमंचा भी बरामद होने का दावा किया था। पुलिस के निर्दोषों को फर्जी तरीके से जेल भेजने की जानकारी होने पर ग्रामीण आक्रोशित हो गए और थाने का घेराव कर पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन किया। एसपी ने थाने पहुंचकर पूरे मामले की जानकारी ली।
थाना क्षेत्र के गांव मलकपुर निवासी कमलेश बीते साल छह फरवरी को खेत से गायब हो गई थी। उसके भाई रूप किशोर ने अपने ताऊ रोहताश के गजरौला थाना क्षेत्र निवासी दामाद हरफूल और उसके साथी होराम तथा खेमवती के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने हरफूल और होराम को गिरफ्तार कर चालान किया था। काफी समय बाद उनकी जमानत हुई। इस बीच तफ्तीश के बाद पुलिस ने बीती 28 दिसंबर को कमलेश के पिता सुरेश खड़गवंशी, मुकदमे के वादी भाई रूपकिशोर और गांव में सिलाई की दुकान करने वाले गजरौला थाना क्षेत्र के गांव शीशोवाली निवासी देवेंद्र को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने दावा किया कि तीनों ने मिलकर नौ फरवरी 2019 को कमलेश की गोली मारकर हत्या करने के बाद शव गंगा में फेंक दिया। पुलिस ने देवेंद्र की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त तमंचा भी बरामद दिखा दिया। पुलिस ने कमलेश के कपड़े और चप्पल भी गंगा के किनारे से बरामद दिखाए। कमलेश की हत्या में आरोपी बनाए गए तीनों लोग अभी तक जेल में ही हैं।
उधर, परिजनों ने गुरुवार को कमलेश को पौरारा निवासी राकेश सैनी के घर देखा तो उनके होश उड़ गए। गांव के तमाम लोग शुक्रवार की सुबह मौके पर पहुंच गए। कमलेश और उसके पति राकेश को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। पूरे मामले में पुलिस का फर्जीवाड़ा उजागर होने पर लोगों का गुस्सा भड़क गया। थाने पर भीड़ जमा हो गई और हंगामा किया।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने रूप किशोर, देवेंद्र और सुरेश से जबरन हत्या करने की बात कबूल कराई। भाजपा के कई नेताओं और भाकियू पदाधिकारियों ने भी ग्रामीणों की बात का समर्थन किया। दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। दोपहर बाद एसपी डा. विपिन ताड़ा थाने पहुंचे। ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि मामले में निष्पक्ष जांच और कार्रवाई की जाएगी। पुलिस कमलेश और राकेश से पूछताछ करने में जुटी है।