उत्तराखंड विधानसभा चुनाव: कांग्रेस के उम्मीदवारों पर प्रियंका की नौ जनवरी को रैली के बाद होगा अंतिम फैसला
नई दिल्ली। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस उम्मीदवारों के नाम की घोषणा एक सप्ताह और टल गई है। अब पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की श्रीनगर और अल्मोड़ा रैली के बाद ही स्क्रीनिंग कमेटी के सदस्य उम्मीदवारों के पैनल को अंतिम रूप देंगे, जिसके बाद केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में उस पर मुहर लगेगी। सोमवार को उत्तराखंड के सभी नेताओं का दिल्ली में जमावड़ा रहा। कांग्रेस के वॉर रूम में दोपहर के बाद स्क्रीनिंग कमेटी से जुड़े सभी नेता जुटे और विवाद वाले विधानसभा क्षेत्रों के दावेदारों पर माथापच्ची की। चूंकि 9 जनवरी को प्रियंका का राज्य का दौरा प्रस्तावित है और गढ़वाल के श्रीनगर एवं कुमाऊं के अल्मोड़ा में उनकी रैलियां होनी है, लिहाजा नेताओं ने फिलहाल स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक इसके बाद ही करने का फैसला लिया है।
राज्य से जुड़े सभी नेता, प्रभारी और तीनों सह प्रभारी भी रैली की तैयारियों के लिए अगले सप्ताह उत्तराखंड में रहेंगे। सूत्रों के अनुसार राज्य की कुछ सीटों पर पार्टी नए उम्मीदवारों को आजमाना चाहती है। दूसरी ओर पुराने चेहरे अपना दावा छोड़ने के लिए तैयार नहीं हैं। सोमवार को दो राउंड की बैठक के बाद ये सहमति बनी है कि सभी वर्तमान विधायकों को टिकट दिया जाए। इसमें दूसरे दलों से आए विधायक भी शामिल हैं। इसके अलावा पिछले विधानसभा चुनाव में मामूली अंतर से हारने वाले उम्मीदवारों को टिकट देने पर भी आमराय है। उम्मीदवारों के पैनल में इनके नाम अकेले भेजे जा सकते हैं। जिन सीटों पर घमासान है उनमें तीन-तीन नामों का पैनल केंद्रीय चुनाव समिति के सामने रखा जाएगा।
कांग्रेस ने उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए थीम सॉन्ग जारी किया है। पार्टी इस गीत के जरिये राज्य से जुड़े सवालों पर भाजपा को घेरेगी। पार्टी का कहना है कि भाजपा को राज्य के लोगों को बताना चाहिए कि आखिर उन्होंने तीन मुख्यमंत्री बदलकर लोगों का काम क्यों बिगाड़ा है। कांग्रेस ने तीन मुख्यमंत्रियों को लेकर ही ‘तीन तिगाड़ा, काम बिगाड़ा’ गीत तैयार किया है। कांग्रेस मुख्यालय में प्रदेश के नेताओं हरीश रावत, प्रीतम सिंह, गणेश गोदियाल और प्रभारी देवेंद्र यादव के अलावा तीनों केंद्रीय सचिव की मौजूदगी में थीम सॉन्ग लांच किया गया। प्रचार अभियान समिति के अध्यक्ष हरीश रावत ने कहा कि 2022 का चुनाव परिवर्तन का आह्वान करता है।
ये चुनाव सत्ता में लौटने का नहीं बल्कि लोकतंत्र की रक्षा के लिए है। उन्होंने कहा, डबल इंजन की सरकार में तीन बार मुख्यमंत्री बदलकर भाजपा ने खुद स्वीकार किया है कि डबल इंजन का मॉडल फेल रहा। रावत ने हरिद्वार कुंभ मेले के दौरान हुए कोरोना टेस्टिंग घोटाले पर कहा कि हमारा राज्य अमृत देता है, लेकिन भाजपा ने जहर दिया। उन्होंने कहा कि जीएसटी ने छोटे व्यापारियों का धंधा चौपट कर दिया। रावत ने मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर कहा कि राज्य की जनता ही सीएम का चेहरा होगी।