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#BJP के खिलाफ किसानों और मजदूरों का हथियार बना #RLD का पोल खोल-धावा बोल अभियान : अनिल दुबे

  • July 19, 2018
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#BJP के खिलाफ किसानों और मजदूरों का हथियार बना #RLD का पोल खोल-धावा बोल अभियान : अनिल दुबे

लखनऊ । पोल खोल-धावा बोल महाअभियान अब किसानों और मजदूरों का साम्प्रदायिक ताकतों और सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ सशक्त हथियार बन चुका है यह बात आज राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे ने लखनऊ में कही। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय लोकदल द्वारा बढी हुयी विद्युत दरों के खिलाफ 13 जुलाई से 12 अगस्त तक चलाये जा रहे आन्दोलन ने पूरे प्रदेष में व्यापक रूप ले लिया है जिसमें प्रतिदिन हजारों की संख्या में किसान, मजदूर, नौजवान वर्ग अभियान से जुडकर सरकार की जनविरोधी नीतियों की जमकर पोल खोलने का काम कर रहे हैं

अनिल दुबे ने बताया कि राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी जी ने आगरा के किरावल में आयोजित जनसभा से अभियान की शुरूआत करके केन्द्र और प्रदेष सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ बिगुल फुंका था उसके पष्चात 16 जुलाई को सम्भल, रामपुर, 17 जुलाई को बरेली में जनसभाएं की और आगामी 23 जुलाई शामली, 24 जुलाई सहारनपुर, 26 जुलाई बिजनौर, 27 जुलाई मुजफ्फरनगर, 28 जुलाई मेरठ एवं गाजियाबाद, 30 जुलाई संतकबीरनगर, 31 जुलाई लखीमपुर, तथा बुन्देलखण्ड के झांसी में अगस्त को पोल खोल धावा बोल अभियान के तहत ताबड़तोड जनसभाओं को सम्बोधित करेंगे। उन्होंने कहा कि बिजली की दरों में सरकार द्वारा बेतहाषा वृद्वि की गयी जिससे किसानों की कमर टूट गयी, किसानों की उनकी फसल का डेढ गुना समर्थन मूल्य नहीं मिल रहा है, अभी भी कई चीनी मिल मालिकों पर किसानों का करोडों रूपया बकाया है। इन सभी मुददों को लेकर राष्ट्रीय लोकदल के कार्यकर्ता गांव गांव जा रहे हैं और किसानों के हित के लिए संघर्ष कर रहे रहे हैं।

रालोद प्रवक्ता दुबे कहा कि इस दौरान लखनऊ, बाराबंकी, फैजाबाद, गोण्डा, सुल्तानपुर, औरैया, अमेठी, सीतापुर, कानपुर, हरदोई, गोरखपुर, कुषीनगर, सिद्वार्थनगर, देवरिया, वाराणसी शाहजहंांपुर, अम्बेडकरनगर सहित प्रत्येक जिले में राष्ट्रीय लोकदल के पदाधिकारी और कार्यकर्ता ग्राम, ब्लाक व तहसील स्तर पर चौपाले, नुक्कड सभाएं, तथा जनसभाएं आयोजित कर किसानों को जागरूक करने का काम कर रहे हैं साथी ग्रामीणों की समस्याएं को सुनकर उनके निवारण के लिए सम्बन्धित अधिकारी को लिखित रूप में भी दे रहे हैं।