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November 22, 2024
उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय

सीतापुर में वकीलों और पुलिस में टकराव, 2 वकील जेल भेजे, कप्तान ने की NSA लगाने की संतुति

  • November 2, 2018
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सीतापुर में वकीलों और पुलिस में टकराव, 2 वकील जेल भेजे, कप्तान ने की NSA लगाने की संतुति

सीतापुर । वकीलों और पुलिस का टकराव बढ़ता जा रहा है।
दरोगा को पीटने और एसपी से अभद्रता करने के बाद वकीलों पर पुलिस ने सख्त रुख अपना लिया है । पुलिस अधीक्षक से जिला जज चैम्बर में घुसकर अभद्रता और दरोगाओं को पीटने के मामले में पुलिस ने दो आरोपी वकीलों को गुरुवार को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। वकीलों के प्रदर्शन की घोषणा के मद्देनजर गुरुवार सुबह से ही कचहरी और कलेक्ट्रेट परिसर छावनी में तब्दील रही। पुलिस प्रशासन का सख्त रुख देख अधिवक्ता प्रदर्शन की हिम्मत नहीं जुटा पाए।

बताते चलें कि गुरुवार शाम जिला जज के चैम्बर में मासिक बैठक में भाग लेने पहुंचे पुलिस अधीक्षक से अधिवक्ताओं ने अभद्रता करते हुए दो दरोगाओं को जमकर पीट दिया था। जिला जज की मौजूदगी में हुई घटना की वीडियो रिकार्डिंग व फोटो प्रदेश शासन के साथ ही हाईकोर्ट को भी प्रेषित की गईं। बुधवार देर रात सिटी मजिस्ट्रेट की तहरीर पर छह नामजद व इतने ही अज्ञात अधिवक्ताओं के खिलाफ नगर कोतवाली में केस दर्ज किया गया था। एसपी ने 25-25 हजार रुपए इनाम के साथ ही रासुका की भी संस्तुति की है। बुधवार रात पुलिस ने छापेमारी कर नामजद दो आरोपियों चन्द्रभान गुप्ता और दीपक राठौर को गिरफ्तार भी कर लिया था। दोनों को गुरुवार शाम जेल भेज दिया गया है।

बवाल को लेकर पुलिस रही एलर्ट-
अधिवक्ताओं के संभावित आंदोलन को लेकर पुलिस ने गिरफ्तार अधिवक्ताओं को जेल भेजने में पूरी सतर्कता बरती। गिरफ्तार दो आरोपियों को रात भर पुलिस लाइन में रखा गया। गुरुवार सुबह डाक्टरों और मजिस्ट्रेट को बुलाकर पुलिस लाइन से ही जेल भेज दिया।

हाईकोर्ट भेजे जा रहे साक्ष्य : एसपी
पुलिस अधीक्षक प्रभाकर चौधरी ने बताया कि पूरे घटनाक्रम के साक्ष्य हाईकोर्ट को भेजे जा रहे हैं। जिला जज चैम्बर में वकीलों के उपद्रव से संबंधी फोटोग्राफ और वीडियो रिकाॠर्डिंग इकट्ठा की जा रही है। मिनट टु मिनट की वीडियो क्लिप और फोटोग्राफ के साथ पूरे घटनाक्रम की रिपोर्ट भी हाईकोर्ट को प्रेषित की जा रही है। उच्चस्तरीय पुलिस सूत्रों के मुताबिक बार एसोसिएशन के कुछ नेताओं और अधिवक्ताओं पर पहले से भी आपराधिक केस दर्ज हैं। ऐसे अधिवक्ताओं के खिलाफ 50-50 हजार रुपए इनाम की संस्तुति भी की जा रही है।