उन्नाव पीड़िता के पिता बोले, आरोपियों को फांसी पर लटका दिया जाए या गोली मार दी जाए
उन्नाव (उप्र)। दिल्ली के अस्पताल में जिंदगी की जंग हारने वाली उन्नाव बलात्कार पीड़िता के पिता ने शनिवार को कहा कि आरोपियों को गोली मार देनी चाहिए या फांसी पर लटका दिया जाना चाहिए। पीड़िता की शुक्रवार देर रात मौत के बाद से उसके गांव में गम और गुस्से का माहौल है। जिले के बिहार थाना इलाके में पीड़िता के गांव में उसकी मौत की सूचना पहुंचते ही सन्नाटा पसर गया। लोगों में गम और गुस्सा दिखाई दिया। पीड़िता की मौत के मद्देनजर पुलिस ने गांव में सुरक्षा बढ़ा दी है।
दिल्ली के अस्पताल में जिंदगी की जंग हार चुकी 23 वर्षीय पीड़िता के बेहाल पिता ने न्याय और सरकारी मदद मिलने के सवाल पर कहा मुझे रूपया-पैसा-मकान कुछ नहीं चाहिये। मुझे इसका लालच नहीं है, बस जिसने मेरी बेटी को इस हालत में पहुंचाया है, उसे हैदराबाद मामले की तरह ही दौड़ाकर गोली मार देनी चाहिये या फिर तत्काल फांसी दी जानी चाहिये। यह पूछे जाने पर कि क्या कोई नेता या अधिकारी उन्हें न्याय दिलाने के लिए आगे आया, पीड़िता के पिता ने कहा कि न कोई विधायक आया और न ही कोई अधिकारी आया। उन्होंने साथ ही कहा कि आरोपियों ने पैसे के दम पर उन्हें न्याय से वंचित रखा है। ‘‘मेरा मामला भी दर्ज नहीं किया गया। अदालत के निर्देश के बाद ही मामला दर्ज किया गया।’’
पीड़िता के पिता ने पुलिस पर नाराजगी जताते हुए कहा कि पुलिस लापरवाही न करती तो ये हालात न बनते। पीड़िता मौत की सूचना के बाद शोक में डूबे उसके परिवार को इस बात का दुख है कि वे बेटी को बचा नहीं पाए जबकि वह जीना चाहती थी और आरोपियों को सजा दिलाना चाहती थी। पीड़िता के परिवार को यह भी जानकारी नहीं है कि कब और कहां अंतिम संस्कार होगा। बीघापुर के एसडीएम दया शंकर पाठक ने भी कहा कि वह अभी कुछ बता नहीं सकते कि शव कब यहां पहुंचेगा। गौरतलब है कि उन्नाव जिले के बिहार थाना क्षेत्र की रहने वाली 23 वर्षीय एक युवती को गुरुवार तड़के पांच लोगों ने आग के हवाले कर दिया था।