ट्रेन से टकराया गायों का झुंड, पांच की मौत
बरेली। बदायूं करगैना रोड पर महेशपुरा क्रासिंग के पास सुबह-सुबह गायों का एक झुंड ट्रेन की चपेट में आ गए। पांच गायों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि कई गायें जख्मी हो गईं। सूचना पर पीएफए की टीम पहुंची तो चोटिल घायलों का इलाज शुरू किया। गंभीर रूप से जख्मी दो गायों को सेल्टर होम में इलाज किया जा रहा है।
सुबह पांच बजे के आसपास की घटनाई बताई जा रही है। नॉन स्टॉप डुप्लीकेट एक्सप्रेस गुजर रही थी। महेशपुरा के आसपास हजारों की संख्या में आवारा पशुओं के झुंडे हैं। गंगा के किनारे काफी गायें भी रहती हैं। 10-12 गायों का झुंड अचानक ट्रैक पर आ गया। लोको पायलट ने हॉर्न बजाया। कुछ गायें तो ट्रैक से हट गई, लेकिन सात गायें ट्रेन की चपेट में आ गईं। जिनमें से पांच की मौत हो गई, जबकि दो गंभीर रूप से घायल थीं। लोको पायलट ने कंट्रोल को सूचना दी। जब अंधेरा कम हुआ तो राहगीरों ने ट्रैक किनारे गायों को देखा तो वहां भीड़ जुट गई। पीएफए के रुहेलखंड प्रभारी धीरज पाठक मौके पर पहुंचे। दो गायें जिंदगी और मौत से जूझ रही थीं।
धीरज ने उन गायों को चौबारी स्थित सेल्टर होम भेजा। वहां पशु चिकित्सक को बुलाकर इलाज शुरू किया। पांच गायों की मौत हो चुकी थी। एक गाय गर्भवती थी। टक्कर लगने से गाय का पेट फट गया। बच्चा दूर जाकर गिरा। उसका भी पैर कट गया। बच्चे की भी मौत हो गई। ट्रेन से गायों के झुंड टकराने की पहली घटना नहीं हुई है। सीबीगंज से मीरानपुर कटरा एक हजार हजार गाय रहती हैं। जो रात को ट्रैक या हाईवे के किनारे आ जाती हैं। अक्सर ट्रेन की चपेट में आकर गायों की मौत हो जाती हैं। इससे ट्रेन संचालन भी बाधित होता है।