शॉप खुलते ही अलीगढ एकदिन में गटक गया 8 करोड़ की शराब
अलीगढ | सोमवार को न होली थी, न दीवाली, न नववर्ष और न ही वल्र्ड शैंपेन डे, फिर भी जनपद में इतनी शराब बिक गई जितनी कभी इन पर्वों पर नहीं बिकी थी। लॉकडाउन के चलते लंबे समय तक घरों में कैद रहे शराब के सेवन कर्ताओं की बेचैनी में थोड़ी सी ढील मिलते ही फूट पड़ी और लॉकडाउन-3 के पहले दिन शराब की बिक्री में ऐसा बूम आया कि 9 घंटे में 8 करोड़ की शराब बिक गई। सामान्य दिनों की अपेक्षा आबकारी विभाग को एक दिन में ढ़ाई से तीन गुना राजस्व प्राप्त हुआ।
कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के कारण लागू किए गए लॉकडाउन के चलते बंद चल रही समस्त शराब की दुकानों को सोमवार को बिक्री के लिए खोल दिया गया। एक महीने 11 दिन बाद दुकान खुलने की जानकारी होते ही शराब खरीदने वालों की भीड़ लग गई। भीड़ इस कदर आतुर थी कि दुकानदारों को खाना खाने की फुरसत नहीं रही। वे केवल लोगों को शराब की बोतले पकड़ाकर पैसा लेते रहे। बस इसी में पूरा दिन गुजर गया। लेकिन, लॉक डाउन-3 के पहले दिन ही शराब बिक्री ने होली, दिवाली, नववर्ष सहित वल्र्ड शैंपेन डे तक का रिकॉर्ड तोड़ते हुए राजस्व में जबरदस्त छलांग लगाई। इन पर्वों पर जहां ढ़ाई से तीन करोड़ की शराब बिकती थी, वहीं आम दिनों में यह आंकड़ा एक करोड़ रहता था। लेकिन, सोमवार को पहले दिन ही आबकारी विभाग को अनुमानित आठ करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ।
पहले दिन खुली थी 364 दुकानें-
जनपद में देशी शराब की 223, अंग्रेजी की 102, बीयर 105 और 11 मॉडल वाइन शॉप हैं। जिनमें से 32 दुकानें शहर के हॉटस्पॉट घोषित क्षेत्रों में आने के कारण बंद रही। जबकि चार दुकानों के लाइसेंस निरस्त होने के साथ ही 41 दुकानों की इस बार बोली नहीं लग सकी। जिसके चलते सोमवार को पहले दिन जनपद की 364 दुकानें खुली। जिसमें अनुमानित देशी शराब के करीब दो लाख 20 हजार पौवा, अंग्रेजी की 1500 बोतल व बीयर के 20,000 केन की बिकी हुई। इसके साथ ही 800 पेटी देशी, 1000 पेटी अंग्रेजी शराब तथा 1500 पेटी बियर बिकी।