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उत्तर प्रदेश

इलाहाबाद : कमिश्नर बोले,” देश और समाज के आर्थिक विकास की दिशा तय करता है उद्यमिता का विकास”

  • August 26, 2017
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इलाहाबाद : कमिश्नर बोले,” देश और समाज के आर्थिक विकास की दिशा तय करता है उद्यमिता का विकास”
शशांक मिश्रा/इलाहाबाद | आज के आर्थिक विकास की  दिशा  उद्यमिता पर आधारित है। उद्यमिता का विकास समाज और देश में आर्थिक विकास की दिशा तय करता है तथा युवाओं में खासकर दलित एवं पिछडे़ युवाओं को अपने कैरियर के रूप में केवल नौकरी को ही नही बल्कि उद्यम को भी बराबर महत्व देना चाहिए, यह उद्गार इलाहाबाद मण्डल के मण्डलायुक्त डाॅ0 आशीष कुमार गोयल के थे जो एनएसआईसी तथा ड़िक्की के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे।  समाज के निचले तबके से आने वाले उद्यमियों को आगे बढ़ाने और उनको अधिक अवसर उपलब्ध कराने की दिशा में राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम एवं दलित इण्ड़ियन चैम्बर आॅफ कामर्स एवं इंडस्ट्रीज के संयुक्त तत्वावधान में एक कार्यक्रम होटल हर्ष आनंद के सभागार में संपन्न हुआ। जिसमें इलाहाबाद मण्डल के मण्डलायुक्त मुख्य अतिथि थे। यह कार्यक्रम अनुसूचित जाति एवं जन जाति के उन उद्यमियों के लिये आयोजित था, जिन्होंने समाज के दबे तबके वाले कस्बे से उठकर उद्यम की राह अपनायी है और सफल हो रहे हैं। यह वेन्डर डेवलपमेन्ट प्रोग्राम का प्रमोशन था, जिसमें भारत सरकार और उ0प्र0 सरकार की उद्यम के क्षेत्र में दलित उद्यान की मंशा पर प्रकाश डाला।
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर संबोधित करते हुये मण्डलायुक्त ने कहा कि उत्पादन की कमियों पर नजर रखना उद्यमियों को ऐक्सिलेंट बनाने और सफलता की सर्वोच्च शिखर पर जाने का मूल मंत्र है। उन्होंने इस क्षेत्र में सफल उद्यमी तथा फिक्की के प्रेसिडेंट डाॅ0 आर0के0 सिंह जो इस कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि थे, उन्हें बधाई देते हुये यह कहा कि इस तरह के उद्यमियों से प्रेरणा लेनी चाहिए। जिन्होंने दलित परिवार से होने के बावजूद आरक्षण की राह से नौकरी पाने का प्र्रयास न कर एस सफल उद्यमी की राह चुनी है। उन्होंने कार्यक्रम के आयोजकों को यह सुझाव दिया कि इस तरह के प्रेरक कार्यक्रम इलाहाबाद विश्वविद्यालय, नगर के इंजीनियरिंग कालेजों और प्रबन्धन संस्थानों में भी आयोजित होंने चाहिए। जिससे प्रेरणा लेकर दलित वर्ग और अन्य सभी वर्गाें के युवा केवल नौकरियों के लिये भागने के बजाय उद्यमी बनके अपनी और राष्ट्र की आर्थिक दशा को बेहतर बनाने की ओर कूच कर सकते हैं।