बिहार में इन दिनों बाढ़ ने तबाही मचाई हुई है | कई जिलो में जनजीवन अस्त व्यस्त है और लोग सरकारी मदद का इन्तजार रहे हैं | इन सब हालातों के बीच कई मार्मिक तसवीरें सामने आई हैं जिन्होंने देश को झझकोर कर रख दिया है | हालातो से संबधित एक पोस्ट पूर्व आईपीएस ध्रुव गुप्त ने अपने फेसबुक वाल पर शेयर की है | आप भी पढ़िए उनका यह पोस्ट –
“बिहार,उत्तर प्रदेश,असम,गुजरात सहित देश के कई राज्य जलप्रलय से जूझ रहे हैं। सैकड़ों ज़िंदगियां बाढ़ की भेंट चढ़ चुकी हैं। बाढ़ इस देश के लिए कोई नई चीज़ नहीं है। आज़ादी से सतर साल बाद भी न हम जलप्रबंधन की कोई कारगर नीति बना सके हैं और न बाढ़ की विभीषिका से बचाव का कोई रास्ता। हर साल एक ही कहानी दोहराई जाती है – गांवों और शहरों में घुसता बेहिसाब पानी, डूबते खेत और घर, पानी पर तैरती लाशें, विस्थापित होते लोग, बांधों पर शरण लिए परिवारों के बीच सूखे राशन का बंटवारा और आपाधापी, सरकार द्वारा चलाए जाने वाले राहत शिविर और राहत की कमाई से मोटी होती नेताओं, अफसरों की जेबें ! सरकारों के लिए यह हर साल मिलने वाली बड़ी चुनौती है जिसपर वे कभी खरी नहीं उतरतीं। विपक्ष के लिए यह हर साल मिलने वाला मौक़ा है जिसे भुनाकर एक बड़ा जन आंदोलन खड़ा करने में वह कभी सफल नहीं हुआ। जिन लोगों ने बाढ़ की पीड़ा ख़ुद नहीं भोगी हैं, उनके लिए यह खबर और सूचना भर हैं।
मित्रों की संवेदनाओं के हवाले बाढ़ में मरे अपने मासूम बच्चे की लाश को नदी में प्रवाहित करते एक विवश बाप की तीन मर्मांतक तस्वीरें,मित्र फायक़ अतीक़ किदवई के वाल से !”