आशीष मिश्रा लखीमपुर हिंसा का मुख्य आरोपी, एसआईटी ने चार्जशीट में साफ कर दिया
नई दिल्ली। लखीमपुर खीरी हिंसा की जांच कर रही एसआईटी ने इस मामले में अपनी चार्जशीट दाखिल कर दी है। कुल 5000 पन्नों की इस चार्जशीट में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा उर्फ मोनू भईया को मुख्य आरोपी बनाया गया है। चार्जशीट में ये कहा गया है कि आशीष मिश्रा घटना के समय मौके पर मौजूद था। उसके अलावा चार्जशीट में 13 अन्य लोगों पर आरोप तय किए गए हैं।खबर के मुताबिक पुलिस ने चार्जशीट में एक और आरोपी का नाम शामिल किया है। वीरेंद्र शुक्ला। बताया गया है कि वीरेंद्र, मंत्री अजय मिश्रा टेनी का रिश्तेदार है। वीरेंद्र शुक्ला पलिया से ब्लॉक प्रमुख भी है।
Uttar Pradesh: SIT files chargesheet against 14 accused in the Lakhimpur Kheri violence case
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 3, 2022
“Name of one more person, Virendra Shukla, has been added in the chargeseet. He has been charged under Section 201 of IPC,” prosecution lawyer says
पुलिस के मुताबिक, घटना को अंजाम देते वक्त आशीष की गाड़ी (थार) के पीछे जो दो अन्य गाड़ियां चल रही थीं, उनमें से एक वीरेंद्र की स्कॉर्पियो थी। एसआईटी ने चार्जशीट में उस पर सबूतों से छेड़छाड़ करने के आरोप लगाए हैं। इससे पहले वीरेंद्र ने घटना में शामिल गाड़ी को कोई और स्कॉर्पियो बताया था। आरोप है कि असल में उसने अपनी गाड़ी को छिपा दिया था। अब एसआईटी ने आईपीसी की धारा 201 के तहत उस पर सबूत मिटाने की साजिश के आरोप लगाए हैं। वीरेंद्र के अलावा मामले के अन्य सभी 13 आरोपी जेल में बंद हैं।
इससे पहले एसआईटी की तरफ से कहा गया था कि लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में किसानों के कारों से कुचलने की घटना कोई हादसा या गैर इरादतन हत्या का मामला नहीं है। एसआईटी के मुताबिक, आशीष मिश्रा ने अपने साथियों के साथ हथियारों से लैस होकर इस साजिश को अंजाम दिया गया है। अपनी जांच में एसआईटी ने आशीष मिश्रा के हथियारों से फायरिंग होने की पुष्टि की है। उसका कहना था कि खुद मुख्य आरोपी की रिवाल्वर और राइफल से भी फायरिंग हुई। हालांकि आशीष मिश्रा ने अपनी सफाई में कहा था कि एक साल से उसके हथियारों से कोई फायर नहीं किया गया था. वहीं पुलिस ने बैलेस्टिक रिपोर्ट के आधार पर फायरिंग की पुष्टि की।