भ्रष्ट SP को बेनकाब करने वाले महोबा के कारोबारी इन्द्रकांत त्रिपाठी की मौत, IPS पर बढ़ेगी हत्या की धारा
लखनऊ । यूपी से बड़ी खबर है । महोबा में रिश्वतखोरी का वीडियो वायरल करने वाले विस्फोटक कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी की रविवार शाम कानपुर में इलाज के दौरान मौत हो गई। तत्कालीन एसपी और थानेदारों पर रिश्वत मांगने का वीडियो वायरल करने के बाद उन्हें गोली मार दी गई थी। पांच दिन से कानपुर में उनका इलाज चल रहा था। मुख्यमंत्री कार्यालय से लगातार उनकी सेहत पर नजर रखी जा रही थी।
इंद्रकांत त्रिपाठी को कबरई के नहदौरा रोड पर आठ सितंबर को गोली मारी गई थी। गर्दन में गोली लगने के बाद उन्हें जिला चिकित्सालय ले जाया गया था। हालत गंभीर होने पर उन्हें कानपुर रेफर कर दिया गया। गोली मारे जाने से दो दिन पहले उन्होंने एक वीडियो जारी कर तत्कालीन एसपी मणिलाल पाटीदार और थानेदारों के खिलाफ 6 लाख रुपये रिश्वत मांगने और न देने पर जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया था। वायरल वीडियो को गंभीरता लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अगले ही दिन एसपी और थानेदारों को निलम्बित कर दिया था।
तीन दिन बाद शुक्रवार को एसपी और अन्य लोगों के खिलाफ कारोबारी की भाई तहरीर पर हत्या के प्रयास व हत्या की साजिश रचने का मुकदमा भी लिखा गया था। मुकदमा लिखे जाने के बाद शनिवार को एडीजी जोन प्रेमप्रकाश महोबा पहुंचे और कड़ी कार्रवाई को कहा। रविवार को जैसे ही अधिकारियों को पता चला व्यापारी की हालत ज्यादा नाजुक है डीएम उनके परिजनों से मिलने पहुंच गए और आनन-फानन में घर के बाहर फोर्स तैनात कर दी गई। कमिश्नर ने महोबा पहुंचकर दोपहर बाद व्यापारियों के साथ बैठक की और शाम होते-होते कारोबारी की मौत की खबर महोबा पहुंच गई। यह खबर पहुंचते ही कई थानों का फोर्स उनके घर के आसपास तैनात कर दिया गया।
हत्या में बदलेगा मुकदमा-
विस्फोटक कारोबारी को गोली लगने के बाद तत्काल पुलिस ने इस मामले में भले कोई कार्रवाई न की हो लेकिन लखनऊ मिले निर्देश के बाद तीसरे दिन हत्या के प्रयास और हत्या की साजिश जैसी गंभीर धाराओं में मुकदमा लिखा था। कानून के जानकारों के अनुसार कारोबारी की मौत के बाद अब यह मुकदमा हत्या व हत्या की साजिश में बदल जाएगा और इसमें नामजद लोगों की मुसीबत की कई गुना बढ़ जाएगी।