BJP नेताओं के आक्रोश से बैकफुट पर प्रशासन, अलीगढ़ में कोरोना पॉजिटिव व्यापारी की मौत की जांच के आदेश
अलीगढ़ । BJP नेताओं और विधायकों के कड़े विरोध और आक्रोश के बाद आखिरकार जिला प्रशासन को झुकना ही पड़ा । कोरोना पॉजिटिव व्यापारी की मौत के मामले में डीएम ने जांच के आदेश दिए हैं । सीडीओ मामले की जांच करेंगे। छेरत कोरोनटाइन सेंटर में कारोबारी की मौत हो गई थी। परिजनों ने स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया है। विधायक व भाजपा नेताओ ने शिकायत शासन स्तर से की थी।
बताते चलें कि मानिक चौक निवासी स्क्रैप कारोबारी देवेंद्र कुमार (59) को बीते रविवार की रात छेरत स्थित कोरोंटाइन सेंटर में रखा गया था। सोमवार की शाम को उनकी रिपोर्ट पॉजीटिव आई। हालांकि उससे पहले ही कारोबारी ने दम तोड़ दिया था। कारोबारी की मौत की जानकारी होते ही परिजनों के होश उड़ गए। परिजनों का आरोप है कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा किसी प्रकार से उनको इलाज नहीं दिया गया। भाजपा नेता मानव महाजन द्वारा प्रभारी मंत्री सुरेश राणा को भेजी गई शिकायत में लिखा है कि रात को 12 बजे वहां के स्टाफ से टेलीफोन पर बात भी की गई। उनको अवगत कराया गया कि मरीज ब्लड प्रेशर और डायबिटीज से पीड़ित है इसीलिए इनको अबिलंब इलाज दिया जाए।
अफसोस की बात है, कि उसके बाद भी कुछ नहीं हुआ और अगले दिन सुबह छह बजे कारोबारी का बेटा रजत जब उनको दवा देने गया और उन्होंने अपनी तकलीफ बेटे को बताइ तो बेटे द्वारा तुरंत सीएमओ अलीगढ़ से टेलीफोन पर वार्ता की। पूरे हालात से अवगत कराया लेकिन अफसोस सीएमओ ने भी केवल आश्वासन देकर अपना कर्तव्य पूरा कर लिया। इसके बाद करीब एक डेढ़ घंटे बाद जब बेटा घर वापस आ गया तो कारोबारी ने फिर अपने बेटे को फोन किया और उनसे कहा कि मुझे यहां से ले जाओ, मैं मर जाऊंगा। मुझे यहां किसी प्रकार का कोई इलाज नहीं मिल रहा है। मुझसे सांस नही ली जा रही। इस पर उनके बेटे ने फिर दोबारा सीएमओ को अवगत कराया। आरोप है कि सीएमओ ने मामले को टाल दिया और उन्हें समुचित इलाज उपलब्ध नहीं कराया। सोमवार सुबह 10 बजे के बाद कारोबारी को मेडिकल ले गए तो उन्होंने वहां पर दम तोड़ दिया था।
भाजपा के शहर विधायक संजीव राजा द्वारा भी मामले से सूबे के स्वास्थ्य मंत्री को अवगत कराया था। बुधवार को कलक्ट्रेट सभागार में समीक्षा बैठक करते हुए डीएम चंद्रभूषण सिंह ने कहा कि पूरे मामले की जांच सीडीओ अनुनय झा करेंगे। स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही उजागर होने पर संबंधित के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।