आरएसएस नेता होसबाले UP से सियासी थाह लेने के बाद दिल्ली लौटे, सरकार में बदलाव को लेकर अभी सस्पेंस
लखनऊ | राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर कार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले राजधानी की सियासी थाह लेने के बाद बुधवार रात दिल्ली लौट गए। हालांकि दो दिन के प्रवास के दौरान न तो उनकी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व न ही भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह समेत किसी प्रमुख राजनीतिक व्यक्ति से मुलाकात हुई। लेकिन माना जा रहा है कि उन्होंने संघ के स्थानीय पदाधिकारियों से बातचीत कर भाजपा व संघ परिवार के संगठनों के बारे में फीडबैक लिया है। उन्होंने स्वयंसेवकों को कोरोना पीड़ितों की मदद करने तथा कोरोना से अपने अनाथ हुए बच्चों की परवरिश का बीड़ा उठाने का सुझाव भी दिया।
होसबाले के लखनऊ दौरे को सरकार व भाजपा संगठन में बदलाव की अटकलों से जोड़कर देखा जा रहा था, लेकिन जिस तरह से उन्होंने सरकार व संगठन से दूरी बनाए रखी उसने इन अटकलों को तकरीबन विराम दे दिया। अलबत्ता उन्होंने संघ के पदाधिकारियों व कुछ व्यक्तिगत संपर्कों के जरिये राजधानी की सियासी नब्ज जरूर टटोली। भरोसेमंद सूत्रों के मुताबिक उन्होंने कुछ लोगों से फोन पर भी बातचीत की।
पंचायत चुनाव के बारे में भी फीडबैक लिया-
लखनऊ प्रवास के दौरान होसबाले संघ के क्षेत्र प्रचारक अनिल कुमार, प्रांत प्रचारक कौशल कुमार सहित अन्य लोगों के साथ संघ व उससे जुड़े संगठनों की भावी कार्ययोजना पर चर्चा करके कामकाज का फीडबैक लेते रहे।
सूत्रों का कहना है कि उन्होंने सरकार के कोरोना प्रबंधन के साथ पंचायत चुनाव के बारे में भी फीडबैक लिया। हालांकि इस बारे में संघ का कोई भी पदाधिकारी कुछ बोलने को तैयार नहीं है। सूत्रों के अनुसार होसबाले ने कुछ जिलों के संघ पदाधिकारियों से भी फोन पर बातचीत कर वहां चल रहे सहायता शिविरों की जानकारी ली। उन्होंने सभी को कोरोना संकट की चुनौतियों से निपटते हुए संघ की आगामी योजनाओं को आगे बढ़ाने को कहा। हर ग्राम पंचायत में संघ की शाखाएं लगाने, शताब्दी वर्ष के मद्देनजर होने वाले कार्यक्रमों पर भी उन्होंने चर्चा की।