अलीगढ़ में BSP प्रत्याशी का कारनामा, फर्जी तमंचे से खुद पर ही चलाई गोली, पुलिस ने किया ये खुलासा-
अलीगढ | सुरक्षा के लिए बसपा नेता ने खुदपर हमला करा लिया और जान का खतरा बताया | अब पुलिस ने घटना का खुलासा किया है तो चौंकाने वाला मामला सामने आया है | बसपा नेता व बरौली से प्रत्याशी रहे नरेंद्र शर्मा पर हमले की घटना पुलिस जांच में फर्जी साबित हुई है। फोरेंसिक साक्ष्य के आधार पर गनर व ड्राइवर से साफ हुआ है कि खुद नरेंद्र ने अपने हाथ से गाड़ी के अंदर से तमंचे से शीशे पर फायर किया और ड्राइवर ने साइड मिरर का कवर ईंट मारकर तोड़ा। फिलहाल पुलिस ने मुकदमा खत्म करने की तैयारी शुरू कर दी है और वह तमंचा बरामद करने का प्रयास किया जा रहा है, जिससे फायर किया गया था।
यह घटनाक्रम शनिवार देर शाम का है, जब जवां क्षेत्र में अमरौली-बरौली रोड पर गांव माधोगढ़ के पास नरेंद्र पर हमला होना बताया गया। पुलिस को मिली सूचना के अनुसार पल्सर बाइक सवार दो युवकों ने उनकी गाड़ी पर सामने से फायर किया, जो शीशे को चीरता हुआ निकल गया था। घटनास्थल के बाद गाड़ी थाने लाकर जब उसकी फोरेंसिक से जांच शुरू हुई तो पाया गया कि फायर बाहर से नहीं, बल्कि अंदर से बाहर की ओर हुआ है। शीशे पर फायर की ब्लैकनिंग अंदर से है और कांच को बाहर की ओर टूटते हुए निकला है। इस पर पुलिस का माथा ठनका। इसके बाद सीओ व थाना पुलिस ने उनकी सुरक्षा में लगे पुलिस के सिपाही से पूछताछ शुरू की तो आधी रात को वह टूट गया। उसने स्वीकारा कि एक जगह गाड़ी रोकी गई। फिर उसे गाड़ी के पीछे खड़ा किया गया। ड्राइवर एक साइड में खड़ा हुआ और खुद तमंचे से नरेंद्र ने अंदर से सामने वाले शीशे पर फायर किया, जो बाहर निकल गया। इसके बाद ड्राइवर ने ईंट से साइड मिरर तोड़ा। इसके बाद ड्राइवर नवेद को क्रास पूछताछ के लिए बुलाया तो वह भी पुलिस के सामने सच उगल गया। जांच में यह माना जा रहा है कि विधानसभा के हारे हुए सभी प्रत्याशियों के गनर 12 मार्च को आखिरी दिन तक तैनात थे। सभी को 13 मार्च की सुबह सात बजे पुलिस लाइन में आमद करानी थी। इससे पहले यह घटना शायद गनर बरकरार रखने के लिए न की गई हो। इसे लेकर नरेंद्र शर्मा से बातचीत हुई तो कहा कि मैंने तो मुकदमा दर्ज करा दिया है। बाकी पुलिस जांच कर रही है। कुछ लोगों से पूछताछ की जा रही है।
एसपी सिटी ने बताया कि अब तक की जांच व गनर और ड्राइवर से पूछताछ में घटना फर्जी होना, खुद प्लांड किया जाना पाया गया है। इस आधार पर दर्ज किया गया मुकदमा खत्म किया जा रहा है। बाकी जांच जारी है और तमंचा बरामद करने का प्रयास किया जा रहा है। उसके आधार पर आगे कार्रवाई तय होगी।