बुलंदशहर । योगी सरकार कानून व्यवस्था को सुधारने के लाख दावे करे लेकिन अब कानून व्यवस्था को सुधारने ओर कानून का पालन करने वाले अफसर योगी सरकार का निशाना बनने लगे हैं । बुलंदशहर के स्याना में तैनात सीओ श्रेष्ठा ठाकुर को एक भाजपा नेता को कानून का पाठ पढ़ाना भारी पढ़ गया । योगी सरकार ने भाजपा नेता पर कार्यवाही करने की बजाय कानून का पालन करने वाली श्रेष्ठा ठाकुर पर ही कार्यवाही करते हुए उनका बहराइच ट्रांसफर कर दिया है । सोशल मीडिया पर श्रेष्ठा के ट्रांसफर के बाद योगी सरकार को लोग आड़े हाथों ले रहे हैं। श्रेष्ठा के ट्रांसफर की भर्त्सना कर रहे हैं ।
खुद सीओ श्रेष्ठा ठाकुर ने फेसबुक पर ट्रांसफर के बाद सरकार को शायराना अंदाज में जवाब दिया और लिखा है ,” जहां भी जाएगा,रोशनी लुटाएगा। किसी चराग का अपना मकां नहीं होता ”
बता दें कि 23 जून को स्याना में चेकिंग के दौरान जब जिला पंचायत सदस्या प्रवेश देवी के पति प्रमोद लोधी को पुलिस ने बिना हेलमेट और बिना कागजात के बाइक चलाते पकड़ा और चालान किया, तो वह सीओ स्याना श्रेष्ठा सिंह से ही भिड़ गए। बीजेपी नेता महिला सीओ से बदसलूकी करने लगे और उन्हें राजनीतिक पावर का रौब दिखाया। जिसके बाद उनके खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा डालने के मामले में एफआईआर दर्ज कराकर गिरफ्तार कर लिया गया। कोर्ट में जब उन्हें पेश किया गया, तो बड़ी संख्या में बीजेपी नेता के समर्थकों ने बवाल किया। समर्थकों ने पुलिस पर चालान के नाम पर दो हजार रुपये लेने के आरोप भी लगाए। यहां भी महिला सीओ ने बड़ी बहादुरी से अपनी बात रखी थी। उन्होंने कहा था कि अगर कोई नियम का उल्लंघन करेगा, तो उसके खिलाफ कार्रवाई जरूर होगी।
सीओ पर कार्यवाही के बाद सूबे में एक बार फिर योगी राज पर सवाल उठ रहे हैं ? लोगो का सवाल यही है कि कानून का पालन करने वाली सीओ का ट्रांसफर क्यो ? क्या ऐसे ही योगी सरकार प्रदेश में कानून व्यवस्था का राज कायम करेगी ?