बीटेक, एमटेक और पीएचडी का बदलेगा पाठ्यक्रम !
देशभर के इंजीनियरिंग कॉलेजों में बीटेक और एमटेक के पाठ्यक्रमों को एक बार फिर से बदलने की तैयारी है। ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (एआईसीटीई) ने द इंस्टीट्यूट ऑफ इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर्स, इंकॉरपोरेटेड (आईईईई) को आउटकम बेस्ड पाठ्यक्रम तैयार करने की जिम्मेदारी दी है। एआईसीटीई ने इसके लिए पिछले गुरुवार को आईईईई के साथ अहम समझौता किया है। इसके मुताबिक आईईईई के विशेषज्ञ अंतरराष्ट्रीय स्तर और कॉरपोरेट सेक्टर की डिमांड को देखते हुए पाठ्यक्रम तैयार करेंगे। इसके अलावा विशेषज्ञों की एक टीम इंजीनियरिंग कॉलेजों की संबद्धता मानकों को भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बनाएगी।
मानकों पर खरा उतरने वाले कॉलेजों को ही इंस्टीट्यूट की तरफ से संबद्धता दी जाएगी। एआईसीटीई के चेयरमैन प्रो. अनिल सहस्त्रबुद्धे ने इस बाबत देश के सभी कॉलेजों को समझौत्रे पत्र की प्रतिलिपि भेज दी है। शिक्षकों की ट्रेनिंग, लेक्चर प्रोग्राम भी कराएगी आईईईई आई-ट्रिपल-ई की तरफ से सभी इंजीनियरिंग कॉलेजों के शिक्षकों को ट्रेनिंग भी दी जाएगी। इसके अलावा अलग-अलग विषयों पर कॉलेजों में लेक्चर प्रोग्राम आयोजित होंगे, इसमें देश और विदेश के बड़े विशेषज्ञ और वक्ता छात्रों और शिक्षकों से संवाद करेंगे।
पिछले साल पाठ्यक्रम में हुए हैं आंशिक बदलाव-
एआईसीटीई ने पिछले साल ही इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट के पाठ्यक्रम में आंशिक बदलाव किए हैं। पाठ्यक्रम में ह्यूमेनिटिज, विधि व अन्य गतिविधियों को भी शामिल किया गया है। इसे सत्र 2017-18 से लागू भी किया जा चुका है।