खुसरो कॉलेज के एमडी, BJP नेता शेर अली जाफरी पर FIR, ये है पूरा मामला-
बरेली | बरेली के सीबीगंज स्थित खुसरो कॉलेज के डी फार्मा छात्रों को फर्जी मार्कशीट देने के मामले में एसएसपी के आदेश पर खुसरो कॉलेज के प्रबंध निदेशक व भाजपा नेता शेर अली जाफरी व एक अज्ञात के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज की गई है। खुसरो कॉलेज द्वारा डी फार्मा कराने के नाम पर चार सौ छात्रों से 2.30 लाख रुपये के हिसाब से रकम वसूली गई थी। पास होने के बाद जब छात्र मार्कशीट लेकर नौकरी व मेडिकल स्टोर के लिए आवेदन करने पहुंचे तो उन्हें पता चला कि वह फर्जी है।
जिस विश्वविद्यालय से कॉलेज संबद्धता बता रहा था, वह अस्तित्व में ही नहीं। छात्र आठ माह से कॉलेज के चक्कर काट रहे थे। शनिवार को एसएसपी के आदेश पर शेर अली जाफरी व एक अज्ञात पर धोखाधड़ी, फर्जी दस्तावेज बनाने समेत अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई है। विवेचना में अन्य आरोपियों के नाम बढ़ने की संभावना है। बताया जाता है कि कॉलेज में कई अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी हैं, जिनके जरिये छात्रों ने फीस जमा की है। जांच में वह सामने आने पर कॉलेज की मुश्किलें बढ़नी तय हैं।
शुरू में जब एसएसपी ने थाने से मामले की जांच कराई तो तत्कालीन उपनिरीक्षक रत्नेश कुमार ने सांठगांठ कर कॉलेज प्रबंधन को क्लीनचिट दे दी थी। छात्रों ने विरोध जताया तो थाना प्रभारी राजबली सिंह ने उन्हें थाने से भगा दिया था। भाकियू (अराजनैतिक) के बरेली मंडल अध्यक्ष अरुण राठी ने भी शनिवार को एसएसपी कार्यालय पहुंचकर थाने का घेराव करने की चेतावनी दी थी। डीएम ने एसडीएम मीरगंज (न्यायिक) रामजनम यादव ब राजकीय पॉलिटेक्निक सीबीगंज के प्रधानाचार्य नरेंद्र सिंह की दो सदस्यीय टीम गठित कर जांच कराई। इसमें प्रबंधन दोषी पाया गया।
हम पहले ही दर्ज करा चुके रिपोर्ट –
शेर अली जाफरी ने कहा कि छात्रों के प्रवेश लेकर उनकी फीस डॉ. विजय शर्मा को दी थी। डॉ. विजय शर्मा पर हमारी ओर से सीबीगंज थाने में पहले ही रिपोर्ट करा दी गई है। हमारी व कॉलेज की छवि को धूमिल करने के लिए छात्रों को भड़काकर क्रॉस रिपोर्ट कराई गई है। विजय शर्मा से रुपये वसूलकर छात्रों की फीस लौटाई जाएगी।