गोरखपुर नगर निगम कार्यकारिणी चुनाव में फर्जीवाड़ा, MLC देवेंद्र प्रताप का पड़ गया फर्जी वोट, मतदान रद्द
राशिद अकेला/गोरखपुर । गोरखपुर नगर निगम कार्यकारिणी के छह खाली पदों के लिए शुक्रवार को सात प्रत्याशियों ने पर्चे भरे। शाम पांच बजे तक वोटिंग हुई। हालांकि इस दौरान एमएलसी देवेन्द्र प्रताप सिंह का वोट किसी और ने डाल दिया। इस पर पार्षदों ने कडा एतराज जताया। बाद में मेयर सीताराम जायसवाल ने कहा कि वह क्रास वोटिंग में शामिल अधिकारियों-कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर कराएंगे। इस आरोप पर मतदान रद कर दिया गया है। अब शनिवार को दोबारा मतदान होगा।
शुक्रवार को हुए चुनाव में कार्यकारिणी के लिए भाजपा से अजय राय, राजेश तिवारी, रामभुआल कुशवाहा और अभिषेक निषाद ने पर्चा भरा था। विधायक ग्रामीण विपिन सिंह, नगर विधायक डा.राधा मोहन दास अग्रवाल और सांसद प्रवीण निषाद सहित 70 पार्षदों ने इन पदों के लिए अपने-अपने वोट डाले। जबकि एमएलसी देवेंद्र प्रताप सिंह के नाम पर किसी ने डाल दिया। पार्षदों ने इसका कड़ा विरोध किया। मतदान के दौरान ही नगर निगम के बाहर कांग्रेसियों ने पाकिस्तान से अभिनंदन की रिहाई की खुशी मनाई।
बहुमत से बनेगा सभापति-
मतगणना के जो भी नतीजे सामने आएंगे इसके बाद बोर्ड में बहुमत के आधार पर ही उपसभापति के चुनाव को लेकर तस्वीर साफ होगी। उपसभापति के लिए जोड़तोड़ नगर निगम बोर्ड में भाजपा के 27, समाजवादी पार्टी के 18, बसपा के पांच, कांग्रेस के दो पार्षद हैं। निर्दल पार्षदों की संख्या 18 हैं। निर्दल पार्षदों में रिंकी देवी, छठी लाल और एहतेराम हुसैन का समर्थन घोषित तौर पर भाजपा को है। इसके अलावा कई अन्य निर्दल पार्षदों का समर्थन भी भाजपा को है। संख्या बल के हिसाब से इस बार भी भाजपा के तीन पार्षदों का कार्यकारिणी सदस्य चुना जाना तय माना जा रहा है। ऐसे में कार्यकारिणी सदस्यों में भाजपा की संख्या फिर से सात हो जाएगी और अगला उपसभापति भाजपा से ही चुना जाएगा।
ये हो गए थे लॉटरी से बाहर-
बीते दिसम्बर महीने में हुए चुनाव में उपसभापति समेत छह पार्षद बाहर हुए थे। बाहर होने वालों में जितेंद्र कुमार सैनी, देवेन्द्र कुमार गौड़ और ऋषिमोहन वर्मा शामिल थे। सपा के अशोक यादव, विश्वजीत त्रिपाठी तो बसपा की रीता देवी लाटरी में बाहर हो गई थीं। वर्तमान में भाजपा की तरफ से संजय श्रीवास्तव, राधेश्याम रावत, बृजेश सिंह छोटू और चंद्रशेखर सिंह तो सपा की तरफ से संजय यादव, शहाब अंसारी बचे हुए हैं।