गुजरात चुनाव का शोर पूरे देश मे चरम पर है । सम्पूर्ण भारत की निगाहें गुजरात पर लगी हैं । पीएम मोदी ने गृह राज्य गुजरात मे जीत के लिए दिल्ली छोड़ गुजरात मे डेरा डाल लिया हैं। जिस गुजरात विकास के मॉडल पर मोदी ने देश मे जीत हासिल कर केंद्र की सत्ता पाई थी अब वहीं गुजरात विकास का मॉडल गुजरात चुनाव में उनके चुनावी मुद्दे से गायब है । कांग्रेस से मिल रही टक्कर से पीएम मोदी इस कदर चिंतित नजर आते हैं कि वह कांग्रेस पर हर स्तर पर जाकर आरोप लगाने को तैयार हैं ।
कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने जैसे ही पीएम को नीच कह उन्होंने चुनावी रैलियों में उसे हथियार बना लिया हालांकि कांग्रेस ने अय्यर को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया लेकिन पीएम उसे मुद्दा बनाये हुए हैं । आपको बताते चलें कि पीएम उस पार्टी का नेतृत्व कर रहे हैं जिसके नेता आये दिन अनर्गल बयानबाजी करने के लिए मशहूर हैं । सोनिया गांधी तक को भाजपा के वर्तमान सांसद ने बहुत ही घिनौने शव्द से संबोधित किया था लेकिन भाजपा ने उसपर कार्यवाही की बजाय उसे राज्यसभा भेज दिया ।
गुजरात मे जीत के लिए किसी भी स्तर पर जाने को तैयार पीएम ने अब पाकिस्तान कनेक्शन का नया शिगूफा छोड़ा है । गुजरात मे एक रैली में उन्होंने कहा कि अहमद पटेल को मुख्यमंत्री बनाने के लिए मणिशंकर अय्यर, पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, हामिद अंसारी ने पाक के राजदूत से मुलाकात की है । लेकिन पीएम मोदी के इस बयान पर लोग तंज कस रहे हैं । लोग कह रहे हैं आईबी, रॉ और तमाम तंत्र होते हुए भी ऐसे मोदी जी के राज में कैसे हो गया ?
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पीएम मोदी के बयानों से स्पष्ट हो गया है कि अब गुजरात के विकास की जगह पीएम ‘पाक’ और ‘नीच’ शब्द के जरिये जीत की राह तलाश रहे हैं । गुजरात चुनाव के परिणामो को लेकर देशभर की निगाहें हैं । अब देखना यही है कि पीएम की रात दिन की मेहनत का फल गुजरतासी किस रूप में देते हैं।
– लेखक जियाउर्रहमान, व्यवस्था दर्पण के संपादक हैं ।