अल सुलेमानिया। इराक-ईरान बॉर्डर पर रविवार देर रात 1 बजे रिक्टर पैमाने पर 7.3 की तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप के झटके 300 किमी दूर बगदाद और कुवैत और कतर में भी महसूस किए गए। शुरुआती सूचना के मुताबिक, अभी तक 130 लोगों की मौत और 300 से ज्यादा के जख्मी हाेने की खबर है। हालांकि, मरने वालों की तादाद में बढ़ोतरी हो सकती है।
हर तरफ दहशत ही दहशत
भूकंप के बाद कुवैत और कतर में रह रहे राजस्थान के लोगों ने दैनिक भास्कर को फोटो भेजकर वहां के हालात की जानकारी दी। जैसे ही भूकंप की खबर मिली यहां के बांसवाड़ा-डूंगरपुर के अलावा शेखावटी में कई लोगों को कुवैत में बसे परिजनों की चिंता सताने लग गई। उनकी खैरियत जानने के लिए पूरी रात फोन किए जाते रहे। कुवैत इस्तकलाल इलाके में रहने वाले बांसवाड़ा के अरुण पांचाल ने बताया- “भूकंप से कुवैत के इस्तकलाल, मालमिया और जलीब इलाके में रह रहे लोकल बाशिंदे भी सहम गए। एकाएक तीन झटकों से लोग घरों से बाहर निकल आए। कुछ बिल्डिंगों में दरारें भी पड़ गई। देर रात 2 बजे तक वागड़ इलाके के किसी भी शख्स के भूकंप की चपेट में आने की खबर नहीं मिली। भूकंप के समय वे कमरे में थे। एकाएक दीवारें हिलने लगी तो घबराकर बाहर निकल आए। चारों तरफ दहशत का माहौल था। राजस्थान के ही सोहेल उर्फ मोेंटी खान और उमेश पंचाल ने बताया वे जलीब इलाके में रहते हैं। झटके महसूस होने पर सभी पार्किंग की जगह पर जमा हो गए थे।