श्रीदेवी का अंतिम संस्कार आज, जानिए यह थी उनकी आखिरी ख्वाइश
मुंबई। मुंबई के वर्सोवा स्थित उनके बंगले में अंतिम यात्रा की तैयारियां की जा रही हैं। अंतिम संस्कार जुहू के मुक्तिधाम में किया जाएगा। बता दें कि उनका शनिवार रात दुबई में कार्डिएक अरेस्ट से निधन हो गया था। उनकी आखिरी ख्वाहिश के मुताबिक विदाई में इस्तेमाल होने वाली हर चीज सफेद रंग की रखी गई है। एक्ट्रेस श्रीदेवी के अंतिम दर्शन के लिए पूरे बॉलीवुड के साथ उनके फैन्स और करीबी इंतजार कर रहे हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि दोपहर तक उनके पार्थिव देह को मुंबई लाया जा सकता है। इसके लिए एक प्राइवेट जेट दुबई भेजा गया है। मुंबई में आखिरी विदाई के लिए तैयारियां पूरी सफेद रंग की होगी हर चीज मुंबई में श्रीदेवी की आखिरी विदाई के लिए सभी तैयारियां पूरी हो गई हैं। श्रीदेवी को सफेद रंग बेहद पसंद था। वे अपने परिवार वालों और करीबियों से कहती थीं कि मेरी आखिरी वक्त में सबकुछ सफेद हो। यही वजह है कि उनकी अंतिम यात्रा में इस्तेमाल होने वाली हर चीज को सफेद रंग का कर दिया गया है। घर के परदे सफेद रंग के कर दिए गए हैं। फूल भी सफेद मंगाएं गए हैं।
श्रीदेवी का पोस्टमार्टम हुआ?
पोस्टमार्टम की प्रॉसेस पूरी हो चुकी है लेकिन इसकी रिपोर्ट आना अभी बाकी है। सभी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद उनकी बॉडी उनके परिवार को सौंप दी जाएगी। इसके बाद ही उनकी पार्थिव देह को मुंबई लाया जा सकेगा। दुबई में विदेशी नागरिकों की स्वाभाविक मौत पर भी कानूनी प्रक्रिया पूरी होने में एक-दो दिन लगते हैं। श्रीदेवी की मौत शनिवार रात करीब 11 बजे होटल के अपने कमरे में हुई थी। बाथरूम में बेहोश होकर गिरने के बाद उन्हें दुबई के रशीद हॉस्पिटल ले लाया गया। जब श्रीदेवी को इलाज के लिए हॉस्पिटल ले लाया गया उससे पहले ही उनका निधन हो चुका था। श्रीदेवी पति बोनी कपूर और बेटी खुशी के साथ दुबई के होटल (अमीरात टॉवर) में ठहरी थीं।
शुरुआती रिपोर्ट में उनकी मौत की वजह कार्डिएक अरेस्ट बताया जा रहा है। परिवार के मुताबिक श्रीदेवी को दिल की बीमारी नहीं थी। ऐसे में कॉस्मेटिक सर्जरी मौत से जोड़ी जा रही है। श्रीदेवी 29 सर्जरी करा चुकी थीं। एक में गड़बड़ी के बाद डाइट पिल्स और एंटी एजिंग दवाएं ले रही थीं। फॉरेंसिक रिपोर्ट के बाद ही बॉडी परिवार को सौंपी जाएगी। पोस्टमार्टम और अन्य रिपोर्ट में कुछ संदिग्ध मिला तो पार्थिव शरीर सौंपने में और वक्त लग सकता है।
श्रीदेवी का असली नाम श्री अम्मा यंगर अय्यपन था।
1975 में महज 10 साल की उम्र में बतौर बाल कलाकार हिंदी फिल्म जूली में दिखी। फिल्म इंडस्ट्री में एक ओर जहां अभिनेत्रियों का कॅरिअर छोटा माना जाता है वहां श्रीदेवी ने 50 साल कैमरे के सामने बिताए। अपने कॅरिअर में 300 फिल्में कीं। शाहरुख की जीरो में आखिरी बार दिखेंगी। 300 फिल्मों में- तेलुगू (81) तमिल (72) हिंदी (71) कन्नड़ (50) मलयालम (26)। 1980 में श्रीदेवी की वजह से ही तमिल फिल्मों की हिंदी डबिंग शुरू हुई थी। 6) तीन दशक तक श्रीदेवी तमिल तेलुगू और हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में नंबर-1 पोजीशन पर रहीं। 4 फिल्मों में श्रीदेवी ने गाने भी गाए। ये फिल्में थीं- सदमा चांदनी, गरजना और क्षणा क्षणम। 13 साल की उम्र में रजनीकांत की सौतेली मां का 20 की उम्र में प्रेमिका का रोल किया। बेस्ट एक्ट्रेस के लिए 5 बार फिल्मफेयर अवॉर्ड जीता। 2013 में पद्मश्री मिला। 2 दशक तक हाईएस्ट पेड एक्ट्रेस रहीं।