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July 27, 2024
उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय

कानपुर: दिनदहाड़े महिला की नृशंस हत्या

  • July 13, 2017
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कानपुर: दिनदहाड़े महिला की नृशंस हत्या

 कानपुर तिलक नगर में जेपी श्रीवास्तव कंपाउंड जैसे पॉश इलाके में बुधवार दिनदहाड़े घर में घुसकर शेयर ब्रोकर व मोबाइल डिस्ट्रीब्यूटर की पत्नी की सिर कूंचकर और चाकू मारकर हत्या कर दी गई। वह घर में अकेली थीं। हत्यारों ने किसी भारी-नोकीली वस्तु से इतनी बेरहमी से वार किए कि उनके सिर की सभी हड्डियां टूट गईं। सिर और चेहरे का बायां हिस्सा पिचक गया। चेहरे और गर्दन पर चाकू से भी वार किए गए। शाम को उनकी शिक्षिका बेटी स्कूल से घर लौटी तो खून से लथपथ उनका शव डाइनिंग टेबल के पास पड़ा मिला। एडीजी अविनाश चंद्र, आईजी आलोक सिंह, एसएसपी सोनिया सिंह फोर्स के साथ पहुंची। फोरेंसिक और डाग स्क्वायड टीम के साथ जांच की। मौके से रसोई में प्रयोग होने वाला खून से सना चाकू मिला है। एसएसपी के मुताबिक बेडरूम में सामान बिखरा है लेकिन लूट, व्यक्तिगत रंजिश, पारिवारिक संबंधों की रंजिश आदि सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है। वारदात के पीछे किसी करीबी या घर के जानकार का हाथ माना जा रहा है। घर में पुताई-पुट्टी का काम हुआ था, उनके कारीगरों की डिटेल भी जुटाई जा रही है। रात में ही पोस्टमार्टम करवाया गया। जेपी श्रीवास्तव कंपाउंड निवासी अरुण केजरीवाल शेयर ब्रोकर व मोबाइल डिस्ट्रीब्यूटर हैं। परिवार में पत्नी निशा (52), बेटा कृष्णा उर्फ तनु और दो बेटियां सोनम व सोनाली हैं। बड़ी बेटी सोनम इंडियन आयल लखनऊ में कार्यरत है। छोटी बेटी सोनाली कंगारू किड्स स्कूल में शिक्षिका है। अरुण और बेटा कृष्णा यहां काम संभालते हैं। अरुण की पत्नी निशा घर संभालती थीं। अरुण के पिता आत्माराम केजरीवाल भी बड़े शेयर ब्रोकर थे।बुधवार सुबह बेटा कृष्णा, पिता के साथ ऑफिस चला गया।  सोनाली पढ़ाने स्कूल चली गई। घर में पत्नी निशा और नौकरानी शांति थीं। दोपहर करीब दो बजे शांति भी घर से चली गई। शाम को करीब पांच बजे छोटी बेटी सोनाली घर लौटी तो बंगले के गेट खुले थे। वह अंदर गई तो कमरे में डाइनिंग टेबिल के पास निशा की खून से सनी लाश पड़ी थी। सिर और चेहरा खून से सना था। खून फर्श पर बहकर दूर तक गया था। लाश के बगल में खाली कटोरी, तकिया और फूलदान पड़ा था। यह नजारा देख सोनाली चीख पड़ी। बुधवार सुबह बेटा कृष्णा, पिता के साथ ऑफिस चला गया।  सोनाली पढ़ाने स्कूल चली गई। घर में पत्नी निशा और नौकरानी शांति थीं। दोपहर करीब दो बजे शांति भी घर से चली गई। शाम को करीब पांच बजे छोटी बेटी सोनाली घर लौटी तो बंगले के गेट खुले थे। वह अंदर गई तो कमरे में डाइनिंग टेबिल के पास निशा की खून से सनी लाश पड़ी थी। सिर और चेहरा खून से सना था। खून फर्श पर बहकर दूर तक गया था। लाश के बगल में खाली कटोरी, तकिया और फूलदान पड़ा था। यह नजारा देख सोनाली चीख पड़ी। निशा के शव का बुधवार देर रात पोस्टमार्टम करवाया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार किसी भारी और नोकीली वस्तु (जैसे ईंट-पत्थर का कोना) से सिर कूंचकर और चाकू मारकर हत्या की गई। वार इतने जोर से किए गए कि चेहरे और सिर की सभी हड्डियां टूट गईं। नोकदार वस्तु के प्रहार से सिर में गड्ढे पड़ गए थे। दोनों गालों और गर्दन में 13 बार चाकू भी मारे गए थे। चाकू के 13 वार सीधे, आड़े-तिरछे थे, जैसे कोई अंधाधुंध वार करता है। कनपटी में भी गड्ढा था जैसे ईंट के किनारे से वार किया गया हो। भारी वस्तु के प्रहार से चेहरे का बायां हिस्सा एकदम पिचक गया था। अधिक रक्तस्राव से मौत की बात सामने आई है।