कोलकाता पुलिस ने हिरासत में ली CBI, पुलिस और CBI में बड़ा टकराव, ममता बोली- ‘मैंने चोरी की है तो एक्शन लीजिए’
कोलकाता । पश्चिम बंगाल में कोलकाता पुलिस और सीबीआई अधिकारियों के बीच ठकराव पैदा हो गया है। कोलकाता पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार के घर जाने वाली सीबीआई टीम के पांच अधिकारियों को हिरासत में लिया गया है। ममता बनर्जी ने कहा कि मुझे यह कहते हुए गर्व है कि मेरी जिम्मेदारी फोर्स को संरक्षण देना है। बिना सूचना के आप कोलकाता पुलिस कमिश्नर के घर आ रहे हैं। हम सीबीआई को गिरफ्तार कर सकते थे लेकिन हमने छोड़ दिया। ममता बनर्जी ने ऐलान किया है कि वह अभी इसी वक्त मोदी सरकार के खिलाफ धरने पर बैठेंगी। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि बिना वारंट के सीबीआई अधिकारी पुलिस कमिश्नर के घर पहुंचे थे। उन्होंने सवाल किया कि बिना वारंट उनके आने की हिम्मत कैसे हुई।
बहुत अपमान सहा-
ममता ने कहा कि 2011 में सरकार में आने के बाद हमने चिट फंड मालिकों को गिरफ्तार किया था। केंद्र सरकार की तरह हमारे पास भी जांच एजेंसियां है। दोषियों को पकड़ने और पैसे वापस करने के लिए हमने न्यायिक आयोग का गठन किया था। सीपीएम के समय चिटफंड शुरू हुआ लेकिन उनके खिलाफ कोई जांच नहीं हुई। लोकसभा चुनाव आने वाले हैं इसलिए चिट फंड का मुद्दा उठाया जा रहा है। अगर मैंने चोरी किया तो एक्शन लीजिए। मेरे घर में काम करने वाले लोगों से भी सीबीआई ने पूछताछ किया। मैंने इस अपमान को भी बर्दाश्त किया है।
बता दें कि पुलिस आयुक्त कुमार के पक्ष में खुलकर उतर आईं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मध्य कोलकाता में कुमार के लाउडन स्ट्रीट स्थित आवास पहुंच गईं। सीबीआई ने शनिवार को दावा किया था कि कुमार फरार चल रहे हैं और शारदा एवं रोज वैली चिटफंड घोटालों के सिलसिले में उनकी तलाश की जा रही है। इस दावे के एक दिन बाद सीबीआई के करीब 40 अधिकारियों-कर्मियों की एक टीम आज शाम कुमार के आवास पर पहुंची, लेकिन उन्हें संतरियों एवं कर्मियों ने बाहर ही रोक दिया।
कुछ ही देर बाद कोलकाता पुलिस के अधिकारियों की एक टीम सीबीआई अधिकारियों से बातचीत के लिए मौके पर पहुंची और यह पता लगाने की कोशिश की कि क्या उनके पास कुमार से पूछताछ करने के लिए जरूरी दस्तावेज थे। पुलिस आयुक्त के आवास के बाहर खड़े सीबीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, ”हम इस मुद्दे पर अभी कोई बात नहीं करना चाहते। देखते हैं कि क्या होता है। थोड़ा इंतजार करें।
बाद में सीबीआई अधिकारियों की एक छोटी सी टीम को चर्चा के लिए शेक्सपियर सरनी पुलिस थाने ले जाया गया। इसके बाद कुछ और लोग मौके पर पहुंचे और हंगामा पैदा हो गया। फिर सीबीआई अधिकारियों को जबरन पुलिस थाने ले जाया गया।
इस घटना के बारे में सूचित किए जाने पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मौके पर पहुंच गईं। वह पहले ही कुमार के प्रति अपना समर्थन व्यक्त कर चुकी थीं। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ”पुलिस एवं अन्य सभी संस्थाओं पर नियंत्रण हासिल करने के लिए सत्ता का गलत इस्तेमाल कर रही है।
सीबीआई के मुताबिक, चिटफंड घोटालों की जांच के लिए पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा गठित एसआईटी की अगुवाई कर चुके आईपीएस अधिकारी कुमार से गायब दस्तावेजों और फाइलों के बाबत पूछताछ करनी है, लेकिन उन्होंने जांच एजेंसी के समक्ष पेश होने के लिए जारी नोटिसों का कोई जवाब नहीं दिया है। सूत्रों ने बताया कि पश्चिम बंगाल कैडर के 1989 बैच के आईपीएस अधिकारी कुमार ने चुनावी तैयारियों की समीक्षा के लिए पिछले दिनों कोलकाता आए चुनाव आयोग के अधिकारियों के साथ हुई बैठक में भी हिस्सा नहीं लिया था।