विवेक तिवारी हत्याकांड : UP पुलिस में विद्रोह, आरोपी सिपाही के समर्थन में काली पट्टी बांधकर सिपाहियों का विरोध
लखनऊ । विवेक तिवारी हत्याकांड के बाद अब यूपी पुलिस में विद्रोह के स्वर तेज हो रहे हैं । आरोपी सिपाही की बर्खास्तगी और फिर उसकी रिपोर्ट भी दर्ज न होने से सिपाहियों में आक्रोश है । लखनऊ में सिपाही आज काली पट्टी बांधकर विरोध दर्ज करा रहे हैं । विवेक की हत्या के आरोपी सिपाही प्रशांत चौधरी व संदीप कुमार की बर्खास्ती के विरोध में यूपी के सिपाहियों में कोई गुस्सा नहीं है, डीजीपी ओपी सिंह के इस बयान की धज्जियां उड़ाते हुये लखनऊ के सिपाहियों ने शुक्रवार सुबह एसएसपी कार्यालय और कई थानों में काला फीता बांध कर विरोध किया। एक के बाद एक विरोध की फोटो वायरल होते ही पुलिस महकमे में हड़कम्प मच गया। अफसरों ने वायरल फोटो से सम्बन्धित थानेदारों को फटकार लगाना शुरू किया लेकिन थानेदार व कोतवाल की सिपाहियों पर एक नहीं चली और सब काला फीता बांधे रहे।
इन सिपाहियों का कहना है कि जिस तरह से विवेक की हत्या पर एक पक्षीय कार्रवाई करते हुये सिपाही को ही पूरी तरह से दोषी मानकर बर्खास्त कर दिया गया है। उनकी कोई बात सुनी ही नहीं जा रही है। एफआईआर क्यों नहीं दर्ज की गई । लामबंदी में उतरे सिपाहियों का कहना है कि प्रशांत की तहरीर पर एफआईआर तो दर्ज करनी चाहिये थी। विवेचना में अगर उसकी बात गलत मिलती तो उसमें अंतरिम रिपोर्ट लगा दी जाती। ऐसा कई मामलों में हो भी चुका है। यह थी घटना 28 सितम्बर की रात विवेक तिवारी को उस समय सिपाही प्रशांत चौधरी ने गोली मार दी थी जब वह अपनी सहयोगी सना खान को छोड़ने घर जा रहा था। इस घटना ने तूल पकड़ लिया था। इसमें दोनों सिपाहियों को गिरफ्तार करने के बाद सिपाहियों को बर्खास्त भी कर दिया गया था।
डीजीपी ओपी सिंह का कहना है कि इस मामले में जांच की जा रही है। जल्दी ही सख्त कार्रवाई की जायेगी।