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माँ से मिलने की चाहत में एटा से दिल्ली के लिए साईकिल से ही निकल पड़ा मासूम, पढ़िए फिर क्या हुआ-

  • October 16, 2018
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माँ से मिलने की चाहत में एटा से दिल्ली के लिए साईकिल से ही निकल पड़ा मासूम, पढ़िए फिर क्या हुआ-

हाथरस । माँ की मोहब्बत ने 10 वर्षीय मासूम को इतना मजबूर कर दिया कि वह साइकिल लेकर खुद ही दिल्ली उससे मिलने निकल पड़ा । माता-पिता में दो वर्ष पूर्व तलाक होने के बाद पिता के पास रह रहे 10 वर्षीय बालक एटा से अपनी मां से मिलने के लिए साइकिल से दिल्ली के लिए निकल पड़ा। एटा से 32 किमी की दूरी साढ़े तीन घंटे में तय कर बालक सिकंदराराऊ पहुंचा। यहां एक ई-रिक्शा चालक से पांच रुपये में दिल्ली तक छोड़ने के लिए कहने लगा। ई-रिक्शा चालक ने बालक को कोतवाली लाकर पुलिस को सौंप दिया। पुलिस ने स्कूल के आई कार्ड के आधार पर प्रधानाचार्य से बात की। परिजन घटना की जानकारी पर कोतवाली आ गए। पुलिस ने बालक को उसके पिता को सौंप दिया। बालक अपनी मां के पास दिल्ली जाने की बात कह रहा था।

एटा के मोहल्ला कांशीराम कॉलोनी निवासी महफूज का अपनी पत्नी से दो वर्ष पहले तलाक हो गया था। दो लड़की व एक लड़का को महफूज ने अपने पास रख लिया और दूसरी शादी कर ली। महफूज की पहली पत्नी भी दूसरी शादी करके पति के साथ दिल्ली में रहने लगी। पिता के पास रह रहे तीन बच्चों में में से एक लड़का जुबैल (10 वर्ष) को अपनी मां से मिलने की इच्छा हुई। वह सुबह स्कूल जाने के बहाने साइकिल से अपनी मां से मिलने दिल्ली जाने के लिए चल दिया।

साढ़े तीन घंटे के सफर के बाद अपनी जान जोखिम में डालकर जीटी से होता हुआ सिकंदराराऊ रेलवे क्रॉसिंग पर आ गया। यहां तक आते-आते बालक बुरी तरह से थक गया। यहां मौजूद एक ई-रिक्शा चालक से उसने पांच रुपये देकर दिल्ली तक ले जाने की बात कही। इसको लेकर ई-रिक्शा चालक बालक को कोतवाली ले गया और पुलिस के सुपर्द कर दिया। जुबैल से पूछताछ के बाद कोतवाली प्रभारी मनोज शर्मा ने घटना की सूचना से अवंतीबाई स्कूल पीपल अड्डा के प्रधानाचार्य को दी। प्रधानाचार्य की सूचना पर बालक का पिता महफूज तवाली पर आ गये। पुलिस ने छानबीन के बाद बालक को उसके सुपुर्द कर दिया। कोतवाली प्रभारी मनोज शर्मा ने बताया कि बालक एटा से साइकिल पर अपनी से मिलने दिल्ली जा रहा रहा था। यहां ई-रिक्शा चालक से पांच रुपये देकर दिल्ली जाने की बात कही थी। बालक को उसके पिता सुपुर्द कर दिया है।