पकिस्तान के खिलाफ अमेरिका करने जा रहा बड़े एलान
नई दिल्ली। अमेरिका ने पाकिस्तान को दी जा रही सैन्य मदद बंद कर, यह भी कहा है कि अगले दो दिनों में पाकिस्तान के खिलाफ और कार्रवाई होगी। अमेरिका ने पाकिस्तान पर आतंकवाद के खिलाफ ‘दोहरे रवैये’ और उसे ‘मूर्ख’ बनाने का आरोप लगाते हुए उसे दी जा रही मदद बंद कर दी है। सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ट्वीट के बाद मंगलवार को अमेरिका ने ऐलान किया था कि वह पाकिस्तान को दी जा रही 255 मिलियन डॉलर की सैन्य मदद को बंद कर रहा है।
भरोसा तोड़ने का आरोप
दूसरी तरफ पाकिस्तान ने देश के खिलाफ ट्रंप की तीखी टिप्पणी पर गहरी निराशा जताई और कहा कि आरोपों से दोनों देशों के बीच विश्वास को तगड़ा झटका लगा है। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शाहिद खकान अब्बासी ने राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (एनएससी) की एक बैठक की अध्यक्षता की। बैठक अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा पाकिस्तान पर यह आरोप लगाने के बाद बुलाई गई थी कि अमेरिका द्वारा उसे गत 15 वर्षों में 33 अरब डालर की सहायता दी गई जबकि इसके बदले उसने अमेरिका को ‘झूठ और धोखे के सिवा कुछ भी नहीं दिया है। ट्रंप ने साथ ही यह भी कहा कि पाकिस्तान ने आतंकवादियों को सुरक्षित पनाहगाह मुहैया कराई। विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ ने एक ट्वीट में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इस दावे को चुनौती दी कि अमेरिका ने उसे गत 15 वर्षों में 33 अरब डालर से अधिक की सहायता दी। पाकिस्तान ने कहा कि किसी आडिट कंपनी से सत्यापन कराने से अमेरिकी राष्ट्रपति गलत साबित होंगे।
पाक को उठाने होंगे और कदम
व्हाइट हाउस प्रवक्ता सारा सैंडर्स ने इस पर और जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद को रोकने के लिए और कड़े कदम उठा सकता है और अमेरिका चाहता है कि वह ऐसा करे। व्हाइट हाउस की ओर से कहा गया है कि आने वाले कुछ दिनों में अमेरिका की ओर से कुछ और बड़े कदमों का ऐलान किया जाएगा। संयुक्त राष्ट्रसंघ (यूएन) में अमेरिका राजदूत निकी हेले ने जानकारी दी है कि अमेरिका, पाक को मिलने वाली 255 मिलियन डॉलर की मदद बंद कर रहा है। हेले ने यूएन में कहा था कि अगर अमेरिका ऐसा कर रहा है तो इसके पीछे सभी कारण एकदम साफ हैं। पाकिस्तान अभी तक आतंकवाद पर दोहरा खेल खेलता आया है। पाकिस्तान ने अमेरिका के साथ मिलकर काम किया लेकिन साथ ही अफगानिस्तान में अमेरिकी सैनिकों पर हमला करने वाले आतंकियों की भी मदद की। हेले ने साफ कर दिया कि अब अमेरिका का ट्रंप प्रशासन पाकिस्तान का यह रवैया बर्दाश्त नहीं करेगा। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अमेरिका को पाकिस्तान का पूरा समर्थन चाहिए।