नई दिल्ली | प्रधानमन्त्री मोदी ने अपने मंत्रीमंडल में विस्तार करते हुए 9 नए मंत्रियों को जगह दी है तो वहीँ कई मंत्रियों के विभाग बदले गए हैं | रेल दुर्घटनाओं की गाज सुरेश प्रभु पर गिरी है | पीयूष गोयल को अब देश का नया रेल मंत्री बनाया गया है | वित्त मंत्रालय के साथ रक्षा मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार संभालने वाले अरुण जेटली की जगह निर्मला सीतारमण को रक्षा मंत्री बनाया गया है | इंदिरा गाँधी के बाद रक्षा मंत्रालय सँभालने वाली निर्मला सीतारमण देश की पहली महिला होंगी | उमा भारती के पुराने मंत्रालय को नितिन गडकरी को दिया गया है तो सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी के पास कपड़ा मंत्रालय का भी प्रभार भी रखा है | विजय गोयल को संसदीय कार्य राज्य मंत्री और सांख्यिकी मंत्रालय का जिम्मा भी दिया गया है | अब खेल मंत्रालय राज्य वर्धन सिंह राठौड़ देखेंगे |
मोदी मंत्रिमंडल में अब ये विभाग देखेंगे मंत्री-
निर्मला सीतारमण नई रक्षा मंत्री होंगी, सुरेश प्रभु देश के नए वाणिज्य मंत्री होंगे, पीयूष गोयल को रेल मंत्रालय का ज़िम्मा, हरदीप पुरी को आवास और शहरी विकास , आरके सिंह को बिजली और वैकल्पिक ऊर्जा, केजे अल्फोंस को पर्यावरण मंत्रालय | पुरी, सिंह, अल्फोंस स्वतंत्र प्रभार के राज्य मंत्री होंगे | शिवप्रताप शुक्ला वित्त राज्यमंत्री बनाए गए, अनंत हेगड़े कौशल विकास राज्यमंत्री, मुख्तार अब्बास नकवी अल्पसंख्यक मंत्रालय के कैबिनेट मंत्री होंगे |
पुराने मंत्री जिनके बदले गए विभाग
कलराज मिश्र का मंत्रालय गिरिराज सिंह के पास , गिरिराज को लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्रालय राज्यवर्द्धन राठौड़ को युवा और खेल मंत्रालय (सूचना प्रसारण राज्यमंत्री ), विजय गोयल संसदीय कार्य राज्यमंत्री होंगे , गडकरी को गंगा और जल संसाधन मंत्रालय भी , नरेंद्र तोमर को ग्रामीण विकास और खनन, नरेंद्र तोमर पंचायती विकास मंत्री भी होंगे , उमा भारती स्वच्छता और पेयजल मंत्रालय , स्मृति ईरानी को सूचना और प्रसारण मंत्रालय देखेंगे |
आपको विदित होगा कि मोदी कैबिनेट से अब तक छह मंत्री इस्तीफा दे चुके हैं | इस्तीफा देने वाले मंत्री हैं- राजीव प्रताप रूडी, संजीव बालियान, फगन सिंह कुलस्ते, कलराज मिश्र, महेंद्र नाथ पांडे, बंडारू दत्तात्रेय शामिल थे | प्रमोशन पाने वालों में मुख्तार अब्बास नकवी, निर्मला सीतारमण, पीयूष गोयल और धर्मेंद्र प्रधान हैं |
मंत्रिमंडल के इस विस्तार को मोदी की मिशन 2019 की रणनीति के तहत आँका जा रहा है | हालांकि मंत्रीमंडल के विस्तार से भाजपा के सहयोगी दल नाराज बताये जा रहे हैं लेकिन खुलकर कुछ भी सामने नहीं आ रहा है |