प्रयागराज में पुलिसिया कहर के खिलाफ खड़ी हुईं प्रियंका गांधी, निषाद समुदाय की सुनी पीढ़ा, कही ये बड़ी बात-
बताते चलें कि चार फरवरी को यमुना में बालू के अवैध खनन के आरोप पर जिला प्रशासन ने पुलिस बल के साथ कार्रवाई की थी। इस दौरान कई बालू लदी नावों को तोड़ डाला था। ग्रामीणों, नाविकों और मजदूरों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया। गुस्साए ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव किया। पुलिस ने लाठी भी भांजी थी और लगभग दो सौ लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था। कुछ लोग गिरफ्तार भी किए गए थे।
महिलाओं से बातचीत के बाद प्रियंका गांधी ने कांग्रस की एनडी तिवारी सरकार का उदाहरण देते हुए कहा कि पहले की सरकार नदी किनारे रहने वालों के हित में कानून बनाती थी। जो लोग नदी किनारे रहते हैं, उन्हें पता है कि नदी की भलाई किसमें है। पहले की सरकार आपके लिए काम करती थी। आज की सरकार आपके लिए काम नहीं कर रही है। आज योजनाएं खनन माफिया के लिए बनाई जा रही हैं। अलग अलग माफियाओं के लिए कानून बनाए जा रहे हैं। प्रियंका ने कहा कि किसानों का आंदोलन चल रहा है। उनके मामलों को भी सरकार समझ नहीं रही है। अगर समझ रही है तो मदद नहीं कर रही है। बड़े बड़े खरबपतियों के फायदे के लिए कानून बनाया जा रहा है। तीनों कृषि कानूनों से किसानों का कोई फायदा नहीं है। किसान विरोध कर रहे हैं लेकिन पूंजीपतियों के फायदे के लिए किसानों के खिलाफ कानून बनाया जा रहा है।