AMU में महात्मा गांधी के शहीद दिवस पर गोडसे को दी गई फांसी, छात्रसंघ अध्यक्ष ने RSS को बताया आतंकी संगठन
अलीगढ़ । महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर अलीगढ़ राजनीति जा अखाड़ा बन गया । अमुवि में जहां आरएसएस के खिलाफ हुंकार भरी गयी और नाथूराम गोडसे के पुतले को फांसी दी गयी वहीं अखिल भारतीय हिन्दू महासभा की पूजा शकुन पांडेय ने गोडसे का गुणगान कर महात्मा गांधी के पुतले को गोलियां मारी । दोनों कार्यक्रमों के फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्य तिथि पर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के छात्रों ने विवि की मौलाना आजाद लाइब्रेरी से एएमयू सर्किल तक तिरंगा झंडा लेकर मार्च निकाला। इस दौरान छात्रसंघ पदाधिकारियों के नेतृत्व में उन्होंने नाथूराम गोडसे के पुतले को फांसी पर लटकाया। साथ ही गोडसे मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। छात्र इस मार्च के लिए एएमयू प्रशासन से अनुमति मिलने से इंकार कर रहे हैं।
जुलूस के रूप में छात्र मौलाना आजाद लाइब्रेरी से बाब-ए-सैयद तक आए। यहां पर गेट पर बनाए गए बैरियर पर नाथूराम गोडसे के पुतले को फांसी पर लटकाया गया। यहीं पर एएमयू छात्रसंघ अध्यक्ष सलमान इम्तियाज ने छात्रों ने को संबोधित करते हुए कहा कि आरएसएस एक आतंकवादी संगठन है। इस संगठन पर प्रतिबंध लगाना चाहिए। हमने गांधी जी को श्रद्धांजलि देने के साथ ही दहशत व मुल्क को दो हिस्सों में बांटने वाली ताकतों को व महात्मा गांधी के हत्यारे गोडसे के पुतले को फंसी पर लटकाया है। छात्रों ने कहा कि ऐसे जितने भी संगठन देश में चल रहे हैं, जो नफरत फैलाने का काम कर रहे हैं उनको तत्काल बंद करा देना चाहिए। उन्होंने कहा कि नाथूराम गोडसे एक आतंकवादी था। उसका पुतला और उसके जैसी विचारधारा का पुतला फूंका गया है।
श्रद्धांजलि सभा आयोजित की है-
कार्यक्रम के लिए अनुमति के सवाल पर छात्रसंघ अध्यक्ष सलमान इम्तियाज ने कहा कि हमने कोई यात्रा नहीं निकाली है, बल्कि महात्मा गांधी को उनकी शहादत पर श्रद्धांजलि दी है। इसलिए अनुमति की बात ही खत्म हो जाती है।
वहीं अमुवि प्रशासन ने छात्रो को अनुमति के सवाल पर चुप्पी साध ली है ।