मुजफ्फरनगर में दबंगों की गुंडई, लॉकडाउन तोड़ने से मना करने पर दरोगा-सिपाही को जमकर पीटा, FIR दर्ज
मुजफ्फरनगर | मुजफ्फरनगर में लॉकडाउन का पालन कराने पर पुलिस पर हमला कर दिया गया। हमले में महिलाएं भी शामिल रही हैं। अचानक हुए हमले से पुलिस महकमे में खलबली मच गई। लोगों का दुस्साहस देखिए कि उन्हीं की सेहत के लिए 24 घंटे ड्यूटी दे रहे वर्दी को निशाना बनाया जा रहा है। करहेड़ा मार्ग स्थित अनुसूचित जाति की बस्ती में हुई घटना से दहशत पसर गई है।
करहेड़ा मार्ग स्थित अनुसूचित जाति की बस्ती में करीब डेढ़ हजार लोग रहते हैं। यहां का निवासी नाहर सिंह वर्ष 2000 में ग्राम प्रधान निर्वाचित हुआ था। ग्रामीणों के अनुसार पूर्व प्रधान नाहर सिंह शुरू से ही रौब जमाता रहा है। उसका इस बस्ती में खासा प्रभाव है। इससे पहले भी पूर्व प्रधान के परिवार पर दुर्व्यवहार संबंधी कई आरोप लग चुके हैं। आरोप है कि ग्रामीणों पर रौब दिखाना और बेवजह गालीगलौज करना पूर्व प्रधान के परिवार की आदत बन चुकी है।
वहीं बुधवार को भी करहेड़ा मार्ग स्थित बस्ती में बुधवार शाम घर के बाहर खड़े युवकों को अंदर जाने के लिए कहे जाने पर मोरना चौकी प्रभारी एसआई लेखराज सिंह व कांस्टेबल रवि पर कातिलाना हमला कर दिया गया। हालत गंभीर होने पर एसआई लेखराज सिंह को मेरठ रेफर कर दिया गया है। ग्रामीणों का कहना है कि कई बार शिकायतें भी की गईं, लेकिन पूर्व प्रधान के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई।
होगी कड़ी कार्यवाही-
चौकी प्रभारी एसआई लेखराज सिंह व कांस्टेबल रवि पर बुधवार देर शाम हुए कातिलाना हमले के आरोपी पूर्व प्रधान नाहर सिंह के परिवार की दबंगता का इसी से अनुमान लगाया जा सकता है कि परिवार की महिलाएं भी पुलिसकर्मियों पर हमले में शामिल रहीं हैं। सीओ भोपा राममोहन सिंह ने बताया कि महिलाओं ने भी पुलिसकर्मियों पर लाठी-डंडों व लोहे के पाइप से हमला किया। सभी हमलावरों को चिह्नित किया जा चुका है। पूर्व प्रधान के साथ उसकी पत्नी व पुत्रवधू को हिरासत में भी ले लिया गया है। अन्य आरोपी फरार हैं, जिनकी तलाश की जा रही है। हमले में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।