RLD का योगी सरकार पर बड़ा हमला, कोरोना पर गलत आंकड़ों से जनता को गुमराह कर रही सरकार, लगाए ये आरोप-
लखनऊ । राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व मंत्री डॉ मसूद अहमद ने कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि आम आदमी व विपक्ष के सकारात्मक सहयोग के बाद भी शुतुरमुर्ग की तरह रेत में गर्दन डालकर चुनोतियो से सरकार भाग रही है | उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि न जांच, न दवाई, न क्वारन्टीन किये गए लोगो को मानक के अनुरूप भोजन, न डॉक्टर्स, नर्सेज, पैरामेडिकल स्टाफ के लोगो के रहने भोजन की उचित व्यवस्था के बिना यह लड़ाई सरकार लड़ने में पूरी तरह अक्षम साबित हुई है | बल्कि कोरोना संक्रमण से निपटने में लापरवाह सरकार गलत आंकड़ो के बल पर प्रदेश की जनता को गुमराह कर रही है।
डॉ अहमद ने कहा कि सेनेटाइजर, मास्क व पीपीई किट की खरीद में बड़े स्तर पर कमीशनखोरी हुई है संक्रमण की चुनोती को दरकिनारे कर घोटाले में आकंठ डूब गई है, जिसके चलते विधायक अपनी निधि से कोविड फंड में दी गयी धनराशि वापस मांगने के लिये विवश हुए है। डॉ मसूद ने कहा कि सरकार को प्रदेश की जनता विशेषकर किसानों,मजदूरों,गरीबो की तनिक भी चिंता नही वह खाली जेब भूख से बेहाल गरीबो को इम्युनिटी बढ़ाने के हकीमी नुस्खे बताकर कर्तव्यों की इतिश्री कर रही है। प्रदेश में किसानों को आंधी, वर्षा, ओलावृष्टि का दंश झेलने के साथ गेंहू की सरकारी खरीद में घटतौली के साथ बिचौलियों की मार झेलनी पड़ रही है | दूसरी तरफ गरीब, मजदूर व निम्नमध्यमवर्गीय परिवारों को लॉकडाउन के नामपर मात्र निर्देश दिए जा रहे है | आपदाकाल में सरकार उनको राहत पहुचाने की दिशा में विचार तक नही कर रही है,जो उसकी असफलता को साबित करता है |
रालोद प्रदेश अध्यक्ष ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि भूख से बेहाल गरीबो के साथ फसल की बर्बादी से तड़प रहे किसानों को तत्काल राहत दी जाए व कोरोना संक्रमण से निपटने में लापरवाही का त्याग कर कोरोना संक्रमण से निपटने में रात दिन लगे मेडिकल स्टाफ,पुलिसकर्मियो,सफाई सेवको के लिये मानक के अनुरूप व्यवस्था सहित मरीजो के रहने भोजन की उचित व्यवस्था की जाए।