मंदिर निर्माण को जनभावना का आदर कर शीघ्र फैसला दे सुप्रीम कोर्ट : आरएसएस
लखनऊ । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर कार्यवाह भैयाजी जोशी ने सोमवार को अयोध्या पहुंचकर रामलला का दर्शन किया। दर्शन-पूजन करने के बाद श्री जोशी ने संवाददाताओं से बातचीत के दौरान कहा कि उनकी प्रार्थना है कि टेंट में यह उनकी ओर से रामलला का अंतिम दर्शन हो। ऐसी परिस्थितियां बने कि अयोध्या में दोबारा रामलला का दर्शन भव्य मंदिर में हो।
अयोध्या में 25 नवंबर को होने वाली धर्मसभा को सफल बनाने के लिये तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे श्री जोशी ने कहा कि साधु-संतों के आह्वान पर अयोध्या में धर्मसभा आयोजित हो रही है। रामभक्त व हिन्दू होने के कारण हम सभी धर्म सभा में सम्मिलित होंगे। अयोध्या में रामभक्तों का बड़ा शक्ति प्रदर्शन होगा। धर्मसभा के माध्यम से राम मंदिर निर्माण का दोबारा संकल्प होगा। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार से नहीं न्यायालय से अपील है कि हिंदुओं की जन भावना का आदर करते हुए शीघ्र फैसला दे।
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मंदिर निर्माण के लिये कानून बनाने के सवाल पर श्री जोशी ने कहा कि सोमनाथ का मामला भिन्न था। अब परिस्थितियां बदली हैं। केंद्र सरकार अपने अधिकारों का प्रयोग करते हुए पहल करे। कानून बनाना या न बनाना सत्ता में बैठे नेताओं का काम है। इस दौरान श्री जोशी के साथ संघ के सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल, सह सरकार्यवाह हसबोले दत्तात्रेय, क्षेत्र कार्यवाह राम कुमार वर्मा, प्रांत प्रचारक कौशल किशोर, सह प्रांत कार्यवाह डा. अनिल मिश्र व डा. प्रशांत भाटिया भी मौजूद रहे।