सपा के पूर्व विधानसभा प्रत्याशी छोटेलाल दिवाकर और उनके बेटे के हत्यारे फरार, IG मौके पर, हत्या की यह है वजह-
संभल | समाजवादी पार्टी के एटा और उसके बेटे की हत्या के मामले में प्रथम दृष्टया मनरेगा द्वारा कराये जा रहे काम का विवाद सामने निकलकर आ रहा है | संभल के बहजोई थाना इलाके में हुए इस डबल मर्डर से हड़कंप मच गया। हत्या के पीछे मनरेगा के तहत बनाई जा रही सड़क का विरोध बताया जा रहा है। गांव के ही कुछ दबंग इस सड़क का विरोध कर रहे थे। दिन निकलते ही हुई सनसनीखेज दोहरे हत्याकांड के बाद पुलिस अधीक्षक के साथ ही आईजी भी मौके पर पहुंचे हैं, हालांकि हत्यारोपी अभी पुलिस पकड़ से दूर हैं।
समाजवादी पार्टी के नेता छोटे लाल दिवाकर की पत्नी गांव की प्रधान हैं। ऐसे में उनका भी ज्यादातर काम छोटेलाल दिवाकर ही देखते थे। छोटे लाल दिवाकर मंगलवार की सुबह अपने बेटे सुनील दिवाकर के साथ गांव की आबादी के बाहर मनरेगा से बन रही सड़क का जायजा लेने गए थे। आरोप है कि इसी दौरान गांव के ही कुछ दबंग वहां पहुंच गए और आगे अपने खेत होने का हवाला देते हुए सड़क निर्माण का काम आगे न बढ़ाने की हिदायत दी। जब छोटे लाल दिवाकर ने ऐसा करने से इंकार कर दिया तब दबंगों ने छोटे लाल दिवाकर की गोली मारकर हत्या कर दी। बेटे सुनील ने जान बचाकर भागने का प्रयास किया, लेकिन हत्यारों ने उसे भी गिराकर मौत के घाट उतार दिया।
बताते चलें छोटे लाल दिवाकर को समाजवादी पार्टी ने बीते विधानसभा चुनाव में चंदौसी विधानसभा क्षेत्र से अपना प्रत्याशी बनाया था। हालांकि बाद में यह सीट गठबंधन खाते में कांग्रेस के पास चली गई थी और छोटेलाल चुनाव नहीं लड़ पाए थे। छोटेलाल इस समय चंदौसी विधानसभा क्षेत्र में समाजवादी पार्टी प्रभारी के रूप में काम कर रहे थे।