चिदंबरम बोले- सरकार की तरफ से साल के अंत का गिफ्ट, केंद्रीय विश्वविद्यालय, आईआईटी, आईआईएम में 10 हजार से अधिक शिक्षकों के पद खाली हैं
नई दिल्ली। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने राज्यसभा में यह सूचित किया कि केंद्रीय विश्वविद्यालयों, आईआईटी और आईआईएम में 10,000 से अधिक शिक्षकों के पद खाली हैं, इसपर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने केंद्र सरकार पर हमला बोला और कहा कि यह सरकार की ओर से साल के अंत का उपहार है।
मोदी सरकार की ओर से साल के अंत में एक और तोहफा:
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) December 16, 2021
केंद्रीय विश्वविद्यालयों, IIT और IIM में 10,000 से अधिक शिक्षण पद खाली हैं। इनमें से 4126 एससी, एसटी और ओबीसी के लिए आरक्षित हैं।
पूर्व वित्त मंत्री चिदंबरम ने ट्वीट किया, ‘मोदी सरकार की ओर से एक और साल के अंत का तोहफा ये मिला है कि केंद्रीय विश्वविद्यालयों, आईआईटी और आईआईएम में 10,000 से अधिक शिक्षण पद खाली हैं। इनमें से 4126 एससी, एसटी और OBC के लिए आरक्षित हैं।’
दूसरे ट्वीट में उन्होंने कहा, ‘हमने सोचा कि शिक्षकों के माध्यम से पढ़ाना उनका प्राथमिक उद्देश्य है, मुझे आश्चर्य है कि ये संस्थान पर्याप्त शिक्षकों के बिना क्या करते हैं।’ बता दें कि एक लिखित जवाब में, प्रधान ने उच्च सदन को बताया, ‘केंद्रीय विश्वविद्यालयों में 6,535 पूर्णकालिक शिक्षण पद, 20 आईआईएम में 403 और 23 आईआईटी में 3,876 रिक्त हैं।’
देश भर के सभी सरकारी बैंकों को मिलाकर कुल 41,177 पद फिलहाल खाली हैं। सरकारी बैंकों में रिक्त ये 41 हजार से अधिक पद सभी 12 पब्लिक सेक्टर बैंकों में हैं। इन बैंकों में भारतीय स्टेट बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, पंजाब एवं सिंध बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, कैनरा बैंक, इंडियन बैंक, यूको बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, इंडियन ओवरसीज बैंक और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया शामिल हैं।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस बारे में जानकारी दी। सरकारी बैंकों में कुल रिक्त पदों में सर्वाधिक संख्या एसबीआइ की है, जहां 8,544 पद खाली हैं।