ओवैसी पर हमला।असदुद्दीन ओवैसी पर गोली चलाने वाले हमलावर के रहे हैं भाजपा से संबंध!
पुलिस ने सचिन से प्रारंभिक पूछताछ में जानकारी हासिल की है कि वह सुबह से घर से बाहर था। उसने बताया था कि वह कंपनी के काम से बाहर जा रहा है। सचिन, असदुद्दीन ओवैसी और उनके भाई अकबरुद्दीन ओवैसी के बयानों से काफी नाराज बताया गया है।
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी पर गोली चलाने वाले सचिन पंडित के भाजपा नेताओं से नजदीकी संबंध रहे हैं। हालांकि अभी इस मामले में पुलिस की ओर से कुछ नहीं कहा गया है। सोशल मीडिया पर सचिन की भाजपा से संबंधित सदस्यता पर्ची भी डाली गई है, जो काफी वायरल हो रही है। हालांकि भाजपा की तरफ से इसकी सदस्यता को लेकर कोई पुष्टि नहीं की गई है। वहीं आरोपी सचिन के सांसद महेश शर्मा समेत कई भाजपा नेताओं के साथ उसके फोटो भी सामने आ रहे हैं।
कुछ देर पहले छिजारसी टोल गेट पर मेरी गाड़ी पर गोलियाँ चलाई गयी। 4 राउंड फ़ायर हुए। 3-4 लोग थे, सब के सब भाग गए और हथियार वहीं छोड़ गए। मेरी गाड़ी पंक्चर हो गयी, लेकिन मैं दूसरी गाड़ी में बैठ कर वहाँ से निकल गया। हम सब महफ़ूज़ हैं। अलहमदु’लिलाह। pic.twitter.com/Q55qJbYRih
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) February 3, 2022
सचिन, ग्रेटर नोएडा के बादलपुर इलाके के दुरई गांव का रहने वाला है। सचिन के पिता निजी कंपनियों में ठेकेदारी का काम करते हैं। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी गुरुवार शाम को अपनी कार से दिल्ली लौट रहे थे। साढ़े पांच बजे जब उनकी गाड़ी पिलखुवा के पास छिजारसी टोल प्लाजा से गुजर रही थी, तो एकाएक दो युवकों ने कार के नीचे की ओर निशाना लगाकर गोली चला दी। हालांकि गोली चलाने वाले एक युवक को मौके पर ही पकड़ लिया गया। उसके पास से पिस्तौल बरामद हुई है। यह घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी। पुलिस ने पहले आरोपी की मदद से कुछ ही देर में दूसरे आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया।
शुक्रवार सुबह केंद्रीय गृह मंत्रालय ने असदुद्दीन ओवैसी को सीआपीएफ जेड श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की है। हालांकि इससे पहले ओवैसी ने कहा था कि वे न तो डरेंगे और न ही सुरक्षा लेंगे। पुलिस ने सचिन से प्रारंभिक पूछताछ में जानकारी हासिल की है कि वह सुबह से घर से बाहर था। उसने बताया था कि वह कंपनी के काम से बाहर जा रहा है। सचिन, असदुद्दीन ओवैसी और उनके भाई अकबरुद्दीन ओवैसी के बयानों से काफी नाराज बताया गया है। उन्होंने फेसबुक और ट्विटर पर ओवैसी के भाषणों का वीडियो देखा है। पुलिस ने वह देसी पिस्तौल भी बरामद कर ली है, जिससे ओवैसी की गाड़ी पर हमला किया गया था। वह पिस्तौल कहां से खरीदी गई थी, इसकी जानकारी मिल गई है।