बुल्ली बाई केस: पढ़िए क्या है बुल्ली बाई एप का नेपाल कनेक्शन! क्या सच में 12वीं की छात्रा मोहरा या मास्टरमाइंड?
उत्तराखंड। उत्तराखंड के उधम सिंह नगर से हिरासत में ली गई लड़की की उम्र 18 साल है। वह 12वीं कक्षा की छात्रा है। मुंबई क्राइम ब्रांच की टीम उसे गिरफ्तार करने के बाद स्थानीय अदालत में पेश किया। वहां से आरोपी लड़की को ट्रांजिट रिमांड पर लेकर टीम मुंबई रवाना हो गई। चर्चित बुल्ली बाई एप मामले के तार उत्तराखंड से भी जुड़े हैं। मुंबई की साइबर पुलिस ने ऊधमसिंह नगर जिले के रुद्रपुर से एक युवती को गिरफ्तार किया है। यह युवती इंटरमीडिएट पास है और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही है। आरोप है कि उसने ट्विटर के माध्यम से समुदाय विशेष की महिलाओं की बोली लगवाई थी। बताया जा रहा है कि वह तीन अकाउंट संचालित कर रही थी। मुंबई पुलिस ट्रांजिट रिमांड में उसे महाराष्ट्र लेकर गई है। इधर, इस मामले में उत्तराखंड पुलिस मुंबई पुलिस से जानकारी जुटा रही है। बताया जा रहा है कि बुल्ली बाई एप पर समुदाय विशेष की 100 से ज्यादा महिलाओं के फोटो अपलोड किए गए हैं। इन फोटो पर उनकी बोली लगाई जा रही है। कुछ दिन पहले महाराष्ट्र के गृह मंत्री ने इस मामले में पुलिस को कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे।
#WATCH ‘Bulli Bai’ app case accused Vishal Kumar produced before Mumbai’s Bandra Court pic.twitter.com/YhyAZjkLng
— ANI (@ANI) January 4, 2022
पुलिस ने पड़ताल करने के बाद सोमवार को बेंगलुरु से एक युवक को गिरफ्तार किया था। इंजीनियरिंग का यह छात्र विशाल खालसा सुपरमिस्ट नाम से अकाउंट चला रहा था। सब कुछ पंजाबी में लिखा हुआ था। कुछ दिन बाद उसने अपने अकाउंट का नाम भी बदल दिया था। इसी क्रम में पड़ताल करते हुए पता चला कि एक जनवरी को भी एक पोस्ट हुई थी। यह पोस्ट जाट खालसा नाम के ट्विटर हैंडल से किया गया था। तलाश करते हुए पुलिस इस युवती तक पहुंच गई। उत्तराखंड पुलिस के प्रवक्ता सेंथिल अबुदई कृष्ण राज एस ने बताया कि श्वेता सिंह नाम की युवती को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने शुरुआती जानकारी के आधार पर बताया कि श्वेता इस ट्विटर पर तीन अकाउंट संचालित कर रही थी। फिलहाल उसके एक ही अकाउंट के बारे में जानकारी मिल सकी है। ट्विटर के जरिये उसने समुदाय विशेष की महिलाओं की बोली लगवाई थी।
अब तक की पुलिस जांच में सामने आया है कि युवती एक नेपाली युवक के संपर्क में थी। उसके संपर्क में आने के बाद ही उसने अपना ट्विटर हैंडल (अकाउंट) का नाम बदला था। इसके बाद उसने गत एक जनवरी को महिलाओं की बुल्ली एप के जरिये बोली लगवाई थी। बताया जा रहा है कि इसके संपर्क में कुछ और लोग भी हो सकते हैं। इसकी पड़ताल में अब उत्तराखंड एसटीएफ भी जुट गई है। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक युवती पहले अपना इंफिनिट्यूड07 नाम से ट्विटर हैंडल चलाती थी। कुछ दिन पहले वह नेपाल के गाइयू नाम के ट्विटर हैंडल चलाने वाले युवक के संपर्क में आई। बताया जा रहा है कि उस युवक ने ही उससे कहा कि वह यह इस अकाउंट की जगह अपना एक फेक अकाउंट बना ले। इसके बाद उसने अपने अकाउंट का नाम जाट खालसा7 रख लिया। इसी अकाउंट से उसने बुल्ली एप में समुदाय विशेष की महिलाओं की बोली लगवाई।
मुंबई पुलिस इस नेपाली युवक की तलाश में भी जुट गई है। इधर, उत्तराखंड एसटीएफ भी इस मामले में नजर बनाए हुए है। बताया जा रहा है कि उसके साथ कुछ और लोग भी हो सकते हैं। पुलिस ने उसके इस ट्वीट को रिट्वीट करने वाले और कमेंट करने वाले लोगों को भी चिन्हित करना शुरू कर दिया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उत्तराखंड एसटीएफ भी इस मामले में कुछ बड़ा खुलासा कर सकती है। अधिकारियों के मुताबिक इस मामले में दोनों साइबर थानों की पुलिस सक्रिय हो गई है। सोशल मीडिया मॉनिटरिंगसेल को भी निगरानी के निर्देश दिए गए हैं। दरअसल, 18 साल की यह युवती अभी केवल 12वीं के बाद प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही है।
अब सवाल उठता है कि इतने बड़े मामले में क्या वाकई वह संलिप्त है या किन्हीं लोगों का यह मोहरा बनी है। उसके परिवार की आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं है। उसकी एक बड़ी बहन है। जबकि दो भाई बहन उससे छोटे हैं। जैसा कि पुलिस ने बताया कि उनके घर का खर्च भी वात्सल्य योजना से चलता है। तो सवाल यह भी है कि क्या उसे किसी ने मोटी कमाई का लालच दिया। इसके चलते वह फंस गई और पुलिस की निगाह में चढ़ गई। जहां तक मामले की गंभीरता की बात है तो इसमें मुंबई पुलिस ने आईपीसी 153ए, 153बी, 295ए, 509, 500, 354डी, और आईटी एक्ट की धारा 67 के तहत केस दर्ज किया है। यह सब गंभीर धाराएं हैं।