यूपी चुनाव 2022: कांग्रेस ने खेला ब्राह्मण कार्ड, गायत्री और मधु त्रिपाठी को पार्टी में किया शामिल
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने भी ब्राह्मण कार्ड खेलना शुरू कर दिया है। प्रियंका गांधी ने प्रदेश की दो चर्चित घटनाओं से जुड़े परिजनों को कांग्रेस में शामिल किया है। एक तरफ कानपुर बिकरू कांड में आरोपी खुशी दुबे की मां गायत्री तिवारी और दूसरी तरफ बांदा में अमन त्रिपाठी हत्याकांड के बाद मां मधु त्रिपाठी चर्चा में है। गायत्री त्रिपाठी और मधु त्रिपाठी राजनीतिक दलों के लिए इन दिनों उत्तर प्रदेश में सियासत का केंद्र बन गईं हैं। सभी दल इनके जरिए ब्राह्मण वोट बैंक को साधने की जुगत में लगे हैं। यहां तक की बसपा ने भी खुशी दुबे के मामले में बीजेपी पर लगातार हमला किया। सरकार आने पर परिवार को न्याय दिलाने की बात कही।
वहीं विकास दुबे मुठभेड़ पर भी सवाल उठाए थे। लेकिन बसपा समेत सभी दलों को पीछे छोड़ कांग्रेस यहां पहले बाजी मार ली है। कांग्रेस इन दोनों महिलाओं को पार्टी में शामिल करा चुकी है, जल्द ही इन्हें टिकट देने की भी चर्चा है। 40 ब्राह्मणों को दिया टिकट कांग्रेस उत्तर प्रदेश में अपने पुराने ब्राह्मण दलित मुस्लिम फार्मूले पर पर काम कर रही है। इसके साथ ही उसने 40 प्रतिशत महिलाओं को टिकट को भी जोड़ दिया है। अब तक कांग्रेस ने 255 सीटों पर उम्मीदवार घोषित किए हैं। इसमें 40 ब्राह्मण समाज से आते हैं। वहीं 56 प्रत्याशी दलित, 49 प्रत्याशी मुस्लिम प्रत्याशी शामिल हैं। इस तरह से कांग्रेस ने बसपा, सपा और बीजेपी को भी चुनौती दी है। साथ ही कांग्रेस ने 104 महिलाओं को मैदान में उतारा है। खुशी दूबे की मां गायत्री कानपुर से हो सकती हैं उम्मीदवार बिकरू कांड में आरोपी खुशी दुबे जेल में बंद हैं। खुशी की मां गायत्री तिवारी लंबे समय से बेटी को रिहा कराने के प्रयास में जुटी हैं।
इस मामले में बसपा सुप्रीमो मायावती ने खुलकर बीजेपी पर हमला किया था। साथ ही सुप्रीम कोर्ट तक खुशी के लिए केस लड़ने की बात कही थी। खुशी दुबे का मामला प्रदेश में ब्राह्मणों पर अत्याचार मुद्दा बन गया। इसके बाद सपा ने भी गायत्री तिवारी से संपर्क साधा। दो दिन पहले तक गायत्री के सपा के टिकट पर कानपुर की गोविंद नगर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की चर्चा थी। लेकिन कांग्रेस ने बसपा और सपा दोनों के ब्राह्मण वोट बैंक को साधने की उम्मीद पर पानी फेर दिया। अब गायत्री तिवारी, प्रियंका गांधी से मुलाकात के बाद कांग्रेस में शामिल हो गईं है। बीजेपी का गढ़ तोड़ने की चाहत चर्चा है कि अब कांग्रेस गोविंद नगर विधानसभा सीट से गायत्री तिवारी को टिकट दे सकती है। इस सीट पर करीबगोविंद नगर सीट पर लगभग 01 लाख 49 हजार ब्राह्मण वोटर हैं। अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लगभग 85 हजार वोटर हैं। मुस्लिम वोटर 29 हजार, बढ़ई 32 हजार, पाल वोटर 17 हजार, यादव वोटर 16 हजार, पंजाबी सिंधी 14 हजार, क्षत्रीय और वैश्य 13-13 हजार, कुशवाहा लगभग 11 हजार के करीब हैं। इस सीट पर अभी बीजेपी के सत्यदेव पचौरी फिर उपचुनाव में सुरेंद्र मैथानी विधायक बने।
अब कांग्रेस गायत्री त्रिवारी के जरिए बीजेपी को उसी के गढ़ में हराना चाहती हैं। कांग्रेस ने बीजेपी को भी दिया दांव बांदा में 12 अक्टूबर 2021 को अमन त्रिपाठी की बेरहमी से हत्या की गई। हत्याकांड में आठ नाबालिग शामिल थे। अमन की मां मधु त्रिपाठी बीजेपी की कार्यकर्ता और नगर पालिका परिषद बांदा की सदस्य रह चुकी थी। इस घटना के दौरन अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई के बीच उन्होंने बहुत कुछ झेला। प्रदेश भर में यह घटना चर्चा में रही। इसके बाद प्रियंका गांधी ने खुद अपने वकील मधु त्रिपाठी की मदद के लिए भेजे। बुधावर को प्रियंका गांधी की हामी के बाद मधु त्रिपाठी कांग्रेज में शामिल हो गईं। अब चर्चा है कि उन्हें कांग्रेस बांदा से अपना उम्मीदवार बनाएगी।
प्रियंका गांधी बसपा की ब्राह्मण वोट बैंक राजनीति बसपा को 2007 में ब्राह्मणों ने एक जुट होकर वोट दिया, और मायावती की सरकार बनी थी। उस समय ब्राह्मण और दलित वोट बैंक ने मायावती को मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंचाया। तब करीब 86 सीटों पर मायावती ने ब्राह्मण उम्मीदवार उतारे थे। 2022 में मायावती के प्लानिंग 100 सीट के आस-पास ब्राह्मण उम्मीदवारों को देने की है। प्रदेश में करीब कुल 13 प्रतिशत ब्राह्मणों की आबादी है। मायावती विकास दुबे से लेकर योगी सरकार में सबसे ज्यादा ब्राह्मणों के मुठभेड़ में मारे जाने की बात करती आई हैं। इसके जरिए वह वापस सत्ता पाने की नींव रख रही हैं। लेकिन बीजेपी के बाद अब कांग्रेस भी बसपा को चुनौती दे रही है।