हॉकी: भारतीय टीम के कप्तान मनजीत सिंह ने एशिया कप में खिताबी जीत का बताया यह कारण
नई दिल्ली: एक दशक बाद एशिया कप का खिताब जीतने वाली भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह ने अपने साथी खिलाड़ी और पूर्व कप्तान सरदार सिंह की प्रशंसा की है. मनप्रीत ने कहा कि टीम में अनुभवी खिलाड़ियों के साथ युवा खिलाड़ियों का अच्छा मिश्रण होना टीम को चैंपियन बनाने में मददगार साबित हुआ. उन्होंने कहा कि डिफेंस के लिए दिग्गज मिडफील्डर सरदार की मौजूदगी इस टूर्नामेंट में बेहद अहम थी और इससे टीम को काफी मदद भी मिली. दिपसान तिर्की, कोथाजित सिंह, सुरेंद्र कुमार, हरमनप्रीत सिंह और वरुण कुमार जैसे युवा खिलाड़ियों की मौजूदगी से बैकलाइन संतुलित तो थी, लेकिन मजबूत नहीं थी. ऐसे में यूरोप दौरे में राष्ट्रीय टीम से बाहर रहे सरदार की इस टूर्नामेंट के लिए टीम में वापसी मददगार साबित हुई. उनके अनुभव से टीम की बैकलाइन को मजबूती मिली.
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मनप्रीत ने बताया, “सरदार एक अच्छे अनुभवी खिलाड़ी हैं और वह हॉकी गेंद पर नियंत्रण कर सकते हैं और गोल के लिए पास भी दे सकते हैं. वह अन्य खिलाड़ियों की तुलना में अधिक बेहतर तरीके से गेंद को अपने पास रख सकते हैं. इसलिए, हमने उन्हें बैकलाइन में रखा. इसके अलावा, क्योंकि वह एक अनुभवी खिलाड़ी हैं इसलिए, वह बैकलाइन से टीम का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं. इसी कारण, कोच को लगा कि वह डिफेंस में और भी बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं.” अपने नए कोच शुअर्ड मरेन के नेतृत्व और मनप्रीत की कप्तानी में भारतीय टीम ने एशिया कप का खिताब अपने नाम किया.
इस टूर्नामेंट में ग्रुप स्तर पर खेले गए तीन मैचों में जीत हासिल करने के साथ ही भारतीय टीम ने अगले दौर में कदम रखा. दक्षिण कोरिया के खिलाफ ड्रॉ हुए मुकाबले के बाद दो अन्य मैच जीतने के साथ ही टीम ने फाइनल में प्रवेश किया.फाइनल के रोमांचक मुकाबले में मलेशिया को 1-2 से मात देने के साथ ही भारत ने एशिया कप का खिताब अपने नाम किया. नए कोच के मार्गदर्शन में मिले अनुभव के बारे में मनप्रीत ने कहा कि उनके साथ हर टीम खुद को सहज ही महसूस करेगी. मनप्रीत ने कहा, “नए कोच एक अच्छे इंसान हैं और टीम के साथ काफी सहज हैं। उनके साथ हर टीम खुद को सहज ही महसूस करेगी। अगर आप उनके साथ कुछ भी साझा करना चाहते हैं, तो खुल कर साझा कर सकते हैं.”