अजीत बालियान के BJP में जाने से खुद को ठगा महसूस कर रहे मुसलमान, कांग्रेस को हराकर कर रहे अफ़सोस
अलीगढ़ | विधानसभा चुनाव निकट आते ही बसपा को करारा झटका लगा है। बसपा के वरिष्ठ नेता अजीत बालियान ने पार्टी छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया है। अजीत को लखनऊ में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराई। सपा, बसपा और रालोद के नेताओं ने महागठबंधन के नाम पर वोट माँगा था और मुस्लिमो ने एकतरफा वोट दिया था | अजित के भाजपा में जाने से अब मुस्लिम ठगा महसूस कर रहे हैं और कांग्रेस के प्रत्याशी चौधरी बिजेंद्र सिंह को हराने का अफ़सोस कर रहे हैं |
बताते चलें कि अजीत 2019 में सांसद सतीश कुमार गौतम के खिलाफ लोकसभा चुनाव भी लड़ चुके हैं। मगर, सतीश गौतम के साथ ही वह लखनऊ पहुंचे और भगवा रंग में रंग गए। अजीत भले ही सांसद सतीश कुमार गौतम के खिलाफ चुनाव लड़े हों, मगर उनसे नजदीकियां जगजाहिर थीं।
अजीत बालियान ने भाजपा से जुड़ते हुए कहा कि ने कहा कि बसपा में काफी दिनों से घुटन महसूस कर रहे थे। भाजपा सनातन संस्कृति को मानने वाली पार्टी है। मूल्यों पर आधारित है, इसलिए पार्टी में शामिल हुआ हूं। सांसद सतीश गौतम ने कहा कि अजीत बालियान उनके मित्र हैं। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से वह पहले से जुड़े रहे हैं। पीएम मोदी और सीएम योगी की नीतियों से भी प्रभावित हैं। खैर विधायक अनूप प्रधान, जिला पंचायत सदस्य कृष्ण प्रसाद उर्फ लाला प्रधान भी मौजूद थे।