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यूपी विधानसभा चुनाव 2022:भाजपा के सात और विधायक सपा में हो सकते हैं शामिल, तमाम के इस्तीफे की चर्चा

  • January 11, 2022
  • 1 min read
यूपी विधानसभा चुनाव 2022:भाजपा के सात और विधायक सपा में हो सकते हैं शामिल, तमाम के इस्तीफे की चर्चा

लखनऊ। पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों का एलान हो चुका है। उत्तर प्रदेश में सात चरणों में चुनाव होंगे। 10 फरवरी को पहले फेज की वोटिंग होगी। इसके बाद 14, 20, 23, 27 फरवरी, तीन और सात मार्च को वोट पड़ेंगे। वहीं, उत्तराखंड, पंजाब और गोवा में एक फेज में 14 फरवरी को वोटिंग होगी। मणिपुर में दो चरणों में 27 फरवरी और तीन मार्च को चुनाव कराए जाएंगे। इस्तीफा देने के साथ ही स्वामी प्रसाद मौर्या ने सपा ज्वाइन कर ली है। स्वामी प्रसाद मौर्या की फोटो को ट्वीट करते हुए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लिखा है कि आप का सपा में स्वागत है। बीजेपी विधायक रौशन लाल वर्मा इस्तीफा लेकर राजभवन पहुंचे हैं।

उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा सरकार के एक बड़े मंत्री ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। योगी आदित्यनाथ सरकार में मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या ने इस्तीफा दे दिया है। जानकारी के मुताबिक, उन्होंने अपना इस्तीफा राज्यपाल को भेजा है। वहीं, इस्तीफे की खबर के कुछ देर बाद ही समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्विटर पर मौर्या के साथ एक तस्वीर शेयर किया है।

चुनाव की तिथियां घोषित होने के बाद सियासी हलचलें और भी तेज हो गईं हैं। यूपी की 403 विधानसभा, उत्तराखंड की 70, मणिपुर की 60, पंजाब की 117 और गोवा की 40 सीटों को जीतने के लिए सभी राजनीतिक दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। राजनीतिक बयानबाजी से नेता एक-दूसरे पर निशाना साध रहे। चुनावी वादों की भी बौछार होने लगी है। पढ़िए राजनीति से जुड़े पल-पल के अपडेट्स…

भाजपा सरकार में मंत्री रहे स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफे के बाद सात और भाजपा विधायकों के इस्तीफे की चर्चा। इन विधायकों में रोशन लाल वर्मा, भगवती सागर, बृजेश प्रजापति, ममतेश शाक्य, विनय शाक्य, धर्मेंद्र शाक्य और नीरज मौर्य शामिल हैं। रोशन लाल वर्मा ही स्वामी प्रसाद मौर्य का इस्तीफा लेकर राजभवन गए थे। वहीं, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने ट्विट कर कहा, ‘आदरणीय स्वामी प्रसाद मौर्य जी ने किन कारणों से इस्तीफा दिया है, मैं नहीं जानता हूं। उनसे अपील है कि बैठकर बात करें जल्दबाजी में लिये हुये फैसले अक्सर गलत साबित होते हैं।’

पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिद्धू ने मंगलवार दोपहर चंडीगढ़ में एक प्रेसवार्ता के दौरान पंजाब मॉडल पेश किया। उन्होंने पंजाब मॉडल को राज्य के लिए जरूरी बताते हुए कहा कि सालों से हर कोई यह कहता आ रहा है कि पंजाब का खजाना खाली है, लेकिन कोई रोड मैप नहीं बताता। हमारे साथ जो राज्य शुरू हुए थे वह आज पंजाब से 20 गुना अधिक बढ़ गए हैं, हम आज भी वहीं पर हैं। सिद्धू ने कहा कि पंजाब में लिकर कॉरपोरेशन, सेंड माइनिंग कॉरपोरेशन, रेगुलेटरी कमीशन, ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन के साथ केबल माफिया को ढर्रे पर लाकर अभी तक के हुए नुकसान को पूरा किया जा सकता है।