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March 14, 2025
उत्तर प्रदेश राजनीति

जनप्रतिनिधियों से सीएम योगी आज जानेंगे जमीनी हकीकत

  • May 13, 2018
  • 1 min read
जनप्रतिनिधियों से सीएम योगी आज जानेंगे जमीनी हकीकत

गोरखपुर| मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को सांगठनिक दृष्टि से गोरखपुर क्षेत्र के भाजपा और सहयोगी दलों के जन प्रतिनिधियों से राज्य सरकार के एक वर्ष और केंद्र सरकार के चार साल के कार्यकाल में हुए कामकाज की जमीनी हकीकत जानेंगे। इस दौरान पार्टी के भीतर और सहयोगी दलों के असंतुष्ट जनप्रतिनिधियों को भी सुनेंगे। शनिवार को अचानक मुख्यमंत्री ने गोरखपुर के जीडीए सभागार में रविवार को 11 बजे पहली बार इतनी बड़ी बैठक बुलाने का निर्णय लिया। इस बैठक को 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर मुख्यमंत्री की रणनीति से जोड़ कर देखा जा रहा है।

– सांसदों-विधायकों की गोरखपुर में मेगा मीटिंग करेंगे योगी
– 02 राज्यसभा सदस्य, 03 एमएलसी, 11 सासंद भी होंगे शामिल
– 44 विधायक भी बैठक में शामिल होंगे
– 02 विधायक अन्य सहयोगी दलों के भी बैठक में होंगे
– 11 बजे दिन में जीडीए सभागार में आयोजित होगी बैठक

भाजपा संगठन की दृष्टि से गोरखपुर क्षेत्र में गोरखपुर मण्डल, बस्ती मण्डल, आजमगढ़, मऊ और बलिया जिला मिलाकर कुल 11 जिले आते हैं। इन जिलों में 62 विधानसभा क्षेत्र आते हैं। 44 विधानसभाओं में भाजपा के विधायक हैं। सहयोगी दल भासपा के कुशीनगर एवं बलिया से अपना दल के विधायक को भी बैठक में आमंत्रित किया गया है। राज्यसभा सदस्य के रूप में केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री शिव प्रताप शुक्ल एवं राज्यसभा सदस्य सकलदीप राजभर (बलिया) भी बैठक में शामिल होंगे। इसके अलावा गोरखपुर क्षेत्र से निर्वाचित तीन एमएलसी देवेंद्र प्रताप सिंह, विजय बहादुर पाठक (आजमगढ़)और यशवंत सिंह (आजमगढ़) भी आमंत्रित हैं।

– केंद्र के 4 साल एवं राज्य सरकार के 01 साल के कार्यकाल का आकलन
– केंद्र एवं राज्य सरकार की योजनाओं की जमीनी हकीकत क्या
– कैसे प्रत्येक लाभार्थी को सरकारों की योजनाओं का लाभ सुनिश्चित हो
– संगठन के भीतर और सहयोगी दलों के असंतुष्ट जन प्रतिनिधियों की पीडा

मुख्यमंत्री इस मेगा बैठक में केंद्र एवं राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की जमीनी हकीकत भी जनप्रतिनिधियों से जानेंगे। यदि योजनाओं का लाभ लाभार्थियों तक नहीं पहुंच रहा तो सुझाव भी मांगेगे कि कैसे प्रत्येक लाभार्थी तक लाभ सुनिश्चित किया जाए। पार्टी के भीतर और सहयोगी दलों के असंतुष्ट जनप्रतिनिधियों को भी संवाद का अवसर देंगे ताकि उनकी समस्याएं सुन कर निराकरण किया जा सके। मुख्यमंत्री इस बैठक में जनप्रतिनिधियों से यह भी जानने का प्रयास करेंगे कि 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए सरकार और क्या कदम उठाए? फिलहाल इस बैठक को लेकर संगठन और जनप्रतिनिधियों में काफी सरगर्मी है।