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बिजनौर । जिला पंचायत चुनाव की गुटबाजी को लेकर सत्ता के दवाब में पुलिस हिरासत में हुई मलकपुर देहरी के किसान जसवंत राठी की मौत से जिले में सियासी तूफान मचा हुआ है । गत 18 अगस्त को मेरठ से बिजनौर जाते हुए गिरफ्तार किए गए जयंत चौधरी मंगलवार को आखिरकार बिजनौर पहुंच ही गए । प्रशासन द्वारा 31 अगस्त तक जयंत के जिले में प्रवेश पर रोक लगाई गई थी लेकिन तमाम दावों को धता बताते हुए रालोद युवराज जयंत चौधरी मृतक जसवंत राठी के परिजनों को सांत्वना देने मलकपुर देहरी गांव पहुंच गए। जयंत चौधरी के मलकपुर देहरी पहुंचने की खबर से आस पास के गांवों से ग्रामीण बड़ी संख्या में इकट्ठा हो गए । जिला पंचायत अध्यक्षी को लेकर जिले में भाजपा और विपक्ष का टकराव चल रहा है ।
बताते चलें कि बिजनोर मलकपुर डेहरी गांव निवासी किसान जसवंत राठी जी की पुलिस हिरासत में पुलिस प्रताड़ना के कारण मृत्यु ही गई थी । पार्टी सभी नेताओं एव कार्यकर्तों के साथ जयंत चौधरी जी किसान जसवंत राठी के परिजनों को सांत्वना देने पहुचे और परिवार का दर्द साझा किया । सरकार का कोई प्रतिबंध किसानों की ताकत को नही रोक पाया । जयंत चौधरी ने कहा कि देश और प्रदेश की भाजपा सरकार में किसानों का उत्पीड़न बड़ा है । किसानों के साथ भाजपा ने छल किया है, धोखा दिया है । उन्होंने कहा कि जसवंत राठी की मृत्यु बेकार नही जाएगी, किसान और नौजवान प्रदेश और देश से किसान विरोधी भाजपा को उखाड़ फेंकेगा । उन्होंने कहा कि रालोद मृतक के परिवार के साथ है, दोषियों को सजा दिलाकर रहेंगे ।
रालोद युवराज के मलकपुर देहरी पहुंचने के बाद अब भाजपा के खिलाफ जिले में बड़ा किसान आंदोलन खड़ा होने की संभावना जताई जा रही है । भाजपा की मुश्किलें बिजनौर के रास्ते प्रदेश में बढ़ सकती हैं ।