आतंकियों के हाथ में पाकिस्तान की राजनीति, हाफिज सईद ने बनाई पार्टी, विश्व के लिए खतरे की घंटी
अब पाकिस्तान में आतंकवादियों के आकाओं की राजनीति होगी। जो भारत और दुनिया के लिए खतरे की घंटी है। सोमवार को आतंकी हाफिज सईद की राजनीतिक पार्टी का आधिकारिक गठन हो गया है पार्टी का नाम ‘मिल्ली मुस्लिम लीग’ हैं हाफिज सईद ने जमात-उद दावा के सीनियर सदस्य सैफुल्ला खालिद को पार्टी का अध्यक्ष नियुक्त किया है | आतंकी संगठन जमात-उद दावा का मुखिया हाफिज सईद पिछले छह महीने से पाकिस्तान में नजरबंद है। मगर बंद दरवाजों से ही उसने सियासत में हाथ आजमाने का खेल शुरू कर दिया है | हाल ही में हाफिज सईद ने अपने संगठन जमात-उद-दावा की ओर से पाकिस्तान चुनाव आयोग में ‘मिल्ली मुस्लिम लीग’ के नाम से राजनीति पार्टी को मान्यता देने के लिए अर्जी दी थी। जिसके बाद अब उसने पार्टी गठन की घोषणा की है।
हाफिज सईद की नजर 2018 में पाकिस्तान में होने वाले आम चुनाव पर है। जल्द ही पार्टी नए चेहरों का ऐलान करेगी। पार्टी गठन के दौरान कहा गया है कि वो कश्मीर का मुद्दा पुरजोर तरीके से उठाएंगे। हालांकि, हाफिज सईद ने अब्दुल रहमान मक्की और खुद को पार्टी से दूर रखा है। बता दें कि पाकिस्तान में राजनीतिक उथल-पुथल अपने चरम पर है. पनामा केस में नवाज शरीफ को पीएम की कुर्सी गंवानी पड़ी है। ऐसे में हाफिज सईद को ये मौका सबसे मुफीद नजर आ रहा है | वहीं दूसरी तरफ जमात-उद दावा को लेकर अमेरिका भी चेतावनी जारी कर चुका है। अमेरिका ने पाकिस्तान सरकार को जमात-उद दावा के खिलाफ कार्रवाई करने की चेतावनी दी थी। वहीं भारत भी दुनियाभर में आतंक के लिए जमीन देने वालों के खिलाफ विकसित राष्ट्रों को एकसूत्र में बांधने का काम कर रहा है।
ऐसे में आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान और जमात-उद दावा के प्रति अमेरिका जैसे दूसरे ताकतवर देशों का रवैया देखकर हाफिज सईद ने राजनीतिक दल के माध्यम से खुद को मजबूत करने की योजना बनाई है।