SP-RLD गठबंधन की हार पर सबसे बड़ी खबर, जयंत और अखिलेश ने पैसे लेकर बेचे थे टिकट ? प्रदेश अध्यक्ष के खुले पत्र ने किया बेनकाब-
लखनऊ | यूपी में विधानसभा चुनाव में सपा-रालोद गठबंधन की हार का सबसे बड़ा राज अब खुल गया है | मुस्लिम सियासत के ईमानदार चेहरे, रालोद के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व शिक्षा मंत्री डॉक्टर मसूद अहमद ने रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर मसूद अहमद और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की पोल जनता के सामने खोल दी है | इतना ही नहीं डॉक्टर मसूद अहमद ने खुला पत्र लिखकर यूपी की जनता के लिए जयंत और अखिलेश से सवाल भी पूछे हैं |
डॉक्टर मसूद अहमद ने जयंत चौधरी और उनके कार्यालय द्वारा रूपये लेकर टिकट देने और टिकट वितरण गलत करने का आरोप भी लगाया है | इतना ही नहीं गठबंधन के अनुसार तय हुई कम सीट मिलने पर अखिलेश यादव के दवाब में रहने की बात कही है | अखिलेश यादव पर भी तानाशाही करने, गठबंधन के नेताओं को अपमानित करने और का आरोप है | डॉक्टर मसूद ने शिवपाल यादव, कृष्ण पटेल, स्वामी प्रसाद मौर्या जैसे नेताओं के अपमान का भी सवाल उठाया है | डॉक्टर मसूद के पत्र से जाट मतदाता क्यों गठबंधन से नाराज हुए यह भी स्पष्ट हो गया है | सात पेज के खुले पत्र ने यूपी में सपा-रालोद गठबंधन में सियासी बवाल मचा दिया है और अब सपा-रालोद के नेता कुछ भी बोलने से इंकार कर रहे हैं |
पत्र में डॉक्टर मसूद ने चौधरी जयंत और अखिलेश यादव से निम्न सात सवाल पूछे हैं और हजारों कार्यकर्ताओं के लिए जवाब देने का आग्रह किया है |
1 -टिकर पैसे लेकर क्यों बेचे गए ?
2 -गठबंधन की सीटों का एलान समय रहते क्यों नहीं किया गया ? टिकट आखिरी समय पर क्यों बांटे गए ?
3 -रालोद, अपना दल, आजाद समाज पार्टी, महान दल को क्यों अपमानित किया गया ?
4 – मुस्लिम तथा दलित मुद्दों पर चुप्पी क्यों साधी ?
5 -मनमाने तरीके से टिकट क्यों बांटे गए ?
6 -रालोद के निशान पर दस सपा नेता चुनाव लड़े लेकिन सपा के निशान पर एक भी नेता चुनाव नहीं लड़ा, क्यों ?
7 – 403 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा थी तो पश्चिम से बाहर चुनाव क्यों नहीं लड़ा ?
रालोद के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर मसूद की चिट्ठी का जवाब अखिलेश यादव और जयंत देंगे या नहीं यह तो वक्त बताएगा लेकिन चिट्ठी ने यूपी में सनसनी मचा दी है | मुस्लिम, दलित और पिछड़ों में चिट्ठी के बाद तरह तरह की चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है |
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