यूपीटीईटी: इंतजार खत्म! 23 जनवरी को होगी परीक्षा, देखें यूपी टीईटी का शेड्यूल
नई दिल्ली। यूपीटीईटी 28 नवंबर 2021 को होनी थी। लेकिन परीक्षा से कुछ समय पहले ही खबर आई थी कि वॉट्सएप पर यूपी टीचर्स एलिजिबिलिटी टेस्ट 2021 का प्रश्नपत्र लीक हो गया है, जिसके बाद परीक्षा रद्द कर दी गई थी। उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग ने नवंबर में रद्द हुई उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी) का शेड्यूल जारी कर दिया है। अब यूपी टीईटी की नई तारीख 23 जनवरी को तय की गई है। UPTET देश की सबसे बड़ी शिक्षक पात्रता परीक्षाओं में से एक है और इस साल इसके दोनों पेपर को मिलाकर तकरीबन 21 लाख अभ्यर्थी इसमें हिस्सा लेंगे।
इससे पहले 28 नवंबर को परीक्षा के दिन ही पेपर लीक होने के कारण यूपीटीईटी को रद्द कर दिया गया था। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी इस मामले पर कड़ी कार्रवाई करने और एक महीने के भीतर ही परीक्षा को एक बार फिर से पारदर्शी तरीके से आयोजित करने के आदेश दिए थे। हालांकि, प्रशासनिक कारणों और परीक्षा केंद्रों के निर्धारण में समय लगने के कारण इसे आयोजित करने में एक महीने से ज्यादा समय लग गया है।
परीक्षा के लिए प्रवेश पत्र 12 जनवरी 2022 को जारी किया जाएगा। जारी किए गए आधिकारिक नोटिफिकेशन के अनुसार यूपीटीईटी का आयोजन 23 जनवरी 2022 को किया जाएगा। परीक्षा का आयोजन दो पाली में किया जाएगा। पहली पाली सुबह 10 बजे से लेकर दोपहर 12.30 तक और दूसरी पाली का आयोजन दोपहर 2.30 से लेकर शाम 5 बजे तक किया जाएगा। परीक्षा सभी कोरोना गाइडलाइंस का पालन करते हुए आयोजित की जाएगी। उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा 27 जनवरी 2022 को यूपीटीईटी की उत्तर कुंजी जारी की जाएगी। इस उत्तर कुंजी पर अभ्यर्थियों को 1 फरवरी 2022 तक आपत्ति दर्ज कराने का समय दिया जाएगा। इसके बाद विभाग 23 फरवरी 2022 को अंतिम उत्तर कुंजी जारी की जाएगी। इसी अंतिम कुंजी के आधार पर 25 फरवरी 2022 को परिणामों की घोषणा की जाएगी।
यूपी टीईटी के पेपर लीक होने के बाद से ही आरोपियों पर कार्रवाई का दौर जारी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ने इस पेपर लीक मामले में रासुका और गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। पेपर लीक की जांच एसटीएफ को सौंपी गई है। एसटीएफ ने इस मामले में राज्य के विभिन्न जिलों से अब तक 30 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है। परीक्षा में लापरवाही के आरोप में निलंबित परीक्षा नियामक सचिव संजय कुमार उपाध्याय को गिरफ्तार किया गया था। इसके साथ ही परीक्षा के पेपर प्रिंट करने वाली प्रेस के मालिक को भी गिरफ्तार किया गया था। सोशल मीडिया पर यूपीटीईटी की परीक्षा 26 दिसंबर को होने की अफवाह फैल गई थी। हालांकि, बेसिक शिक्षा विभाग की सचिव अनामिका सिंह ने बताया था कि विभागीय जांच पर निर्णय लेने के बाद नई तारीखों की घोषणा की जाएगी।
यूपी टीईटी की परीक्षा में लगभग 20 लाख उम्मीदवारों ने भाग लिया था। छात्रों की इस बड़ी संख्या के लिए राज्य भर में सरकार द्वारा 2,736 परीक्षा केंद्रों का निर्धारण किया गया था। हालांकि, परीक्षा के दिन ही पेपर लीक हो जाने के कारण इसे निरस्त कर दिया गया था। यूपीटीईटी परीक्षा हर साल आयोजित की जाती है। इसके माध्यम से यूपी सरकार के स्कूलों में प्राथमिक (कक्षा 1-5) और उच्च प्राथमिक (कक्षा 6-8) कक्षाओं को पढ़ाने के लिए योग्य शिक्षकों का चयन किया जाता है।